नीमचPublished: Feb 22, 2019 09:02:05 pm
Mahendra Upadhyay
-प्राचार्यों को बताए स्कूल इंप्र्रूवमेंट प्लान के टेक्ट -शाला के संचालन और शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए आयोजित हुई कार्यशाला
video जिले के 99 हाईस्कूल और हायरसेकेंडरी में खुलेगा पुस्तकालय
नीमच. शासकीय विद्यालयों में पढऩे वाले हाईस्कूल और हायरसेकेंडरी के विद्यार्थियों को अब कोर्स की पढ़ाई के साथ साथ सामान्य ज्ञान की भी सौगात मिलेगी। क्योंकि अब जिले े 99 विद्यालयों में पुस्तकालय की शुरूआत होने जा रही है। जिसके लिए संबंधित शालाओं को रोचक और ज्ञानवर्धक पत्र, पत्रिकाएं और पुस्तकों को खरीदने के लिए राशि भी दो चार दिन में जारी हो जाएगी। जिससे जिले के सैंकड़ों विद्यार्थियों को अपना जनरल नॉलेज बढ़ाने में मदद मिलेगी।
शासकीय उत्कृष्ट उमावि में शुक्रवार को शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें एसएमडीसी के गठन, उनके कत्र्तव्य, दायित्व, वित्तीय प्रबंधन, स्कूलों का सफल संचालन, नामांकन में वृद्धि, विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों की सहभागिता आदि विषय पर जिले भर के शासकीय हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों के प्राचार्य और वरिष्ठ शिक्षकों को विस्तार से बताकर उनका उन्मुखीकरण किया गया। कार्यशाला में जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक प्रलय उपाध्याय, अनिल व्यास आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर करीब 220 से अधिक प्राचार्य, वरिष्ठ शिक्षक उपस्थित थे।
12 लाख 55 हजार रुपए की राशि से खुलेगी जिले के 99 विद्यालयों में लाईब्रेरी
शासकीय हाईस्कूल और हायरसेकेंडरी के विद्यार्थियों में शैक्षणिक ज्ञान के साथ साथ जनरल नॉलेज भी बढ़े, इसलिए जिले के 53 विद्यालयों में 15-15 हजार रुपए की राशि व 46 विद्यालयों में 10-10 हजार रुपए की राशि 2-4 दिन में जारी हो जाएगी। यह कुल राशि १२ लाखा ५५ हजार रुपए हो रही है। इन विद्यालयों में एक हाल या बड़े कक्ष में पुस्तकालय शुरू कर बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की ज्ञानवर्धक, रोचक, मनोरंजक पुस्तकें, विभिन्न पत्र पत्रिकाएं आदि मुहैया कराई जाएगी। इसी के साथ बच्चों को बैठकर पढऩे के लिए फर्नीचर सहित उपयुक्त प्रकाश की व्यवस्था भी की जाएगी। ताकि विद्यार्थी एक अच्छे वातावरण में किताबी ज्ञान के साथ अपने बौद्धिक स्तर में भी बढ़ोतरी कर सकें।
शाला इंप्रूवमेंट प्लान और विद्यालय विकास के लिए पालकों का सहयोग
सुबह करीब 10.30 बजे से 4 बजे तक चली इस कार्यशाला में प्राचार्य और वरिष्ठ शिक्षकों को विद्यालय का स्कूल इंप्रूवमेंट प्लान बनाने के लिए भी तरीके बताए गए। ताकि वे पूरे साल प्लान के आधार पर काम कर विद्यालय का संचालन सफलता पूर्वक कर शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार ला सकें। इसी के साथ शाला के विकास के लिए एसएमडीसी द्वारा पालकों या जन सहयोग से शाला का अधिक से अधिक विकास करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर कुछ प्राचार्यों ने भी अपनी बात रखी।
वर्जन.
शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के सदस्यों के उन्मुखीकरण के लिए कार्याशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पुस्तकालय की शुरूआत करने, सहित विद्यालय के संचालन और शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के साथ एसएमडीसी के कत्र्तव्य, उनके दायित्व आदि के बारे में विस्तार से बताया गया।
-प्रलय उपाध्याय, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक
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