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स्वाईन फ्लू के मरीज की हुई हार्ट अटैक से मौत

locationनीमचPublished: Feb 22, 2019 09:26:32 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

-झांतला के व्यक्ति ने उपचार के दौरान तोड़ा दम

patrika

स्वाईन फ्लू के मरीज की हुई हार्ट अटैक से मौत

नीमच/झांतला सिंगोली तहसील के ग्राम झांतला निवासी एक स्वाईन फ्लु के मरीज की मौत हार्टअटैक के कारण हो गई। जैसे ही विभाग को गांव के व्यक्ति में स्वाईन फ्लू की जानकारी मिली, स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लगातार दो दिन तक सर्वे कर करीब ३०० लोगों का सर्वे कर जांच की गई। इसमें यह बात अच्छी रही कि किसी अन्य को स्वाईन फ्लू नहीं पाया गया। लेकिन टीम द्वारा सर्दी जुकाम और संदिग्ध मरीजों को दवाई भी दी गई।
जानकारी के अनुसार झांतला में एक करीब 65 वर्षीय व्यक्ति को पिछले ६ दिनों से सर्दी जुकाम की शिकायत थी। जिसके चलते परिजन उन्हें उपचार के लिए भीलवाड़ा के एक निजी अस्पताल लेकर गए। जहां पर सर्व प्रथम उनकी जांच की गई। जांच के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें स्वाइनफ्लू होने से उदयपुर के लिए रेफर किया। उदयपुर मेडिकल कालेज के डॉक्टरों की टीम ने भी स्वाइन फ्लू की पुष्टि की गई। इसके बाद 20 फरवरी रात 8 बजे उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
मेडिकल ऑफिसर डॉ राजेश मीणा ने बताया कि उक्त व्यक्ति को स्वाईन फ्लू पॉजीटिव आया था। उपचार के दौरान परिजन उन्हें ओर अच्छे उपचार के लिए अहमदाबाद ले जाना चाहते थे, इसी के चलते जब मरीज को उदयपुर से अहमदाबाद ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में उन्हें पसीना आने लगा व हार्टअटैक आ गया था, चूकि वे उदयपुर से करीब ५०-५५ किलोमीटर ही आगे बढ़े थे, इस कारण वापस उपचार के लिए उदयपुर लेकर आए, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
सूचना मिलने पर डॉ मीणा मय टीम के गांव में पहुंचे और बुधवार और गुरुवार दो दिन तक सर्वे कर करीब ३०० लोगों की जांच की, जिसमें अन्य कोई स्वाईन फ्लू का मरीज नजर नहीं आया, हालांकि जिन लोगों में सर्दी जुकाम आदि पाया गया उन्हें दवाई दी गई। डॉ मीणा के साथ ही उनकी टीम में मल्कू जैन, प्रमिला शर्मा, सुमित्रा बैरवा, अंकिता बैरागी, राधा चोहान, सुलोचना शर्मा, गायत्री राठौर व वंदना शामिल थी। जिन्होंने गांव का सर्वे कर जांच की।
उनकी अंतिम यात्रा में शामिल लोग मुहं पर मास्क लगाकर चल रहे थे। गांव में ऐसी शव यात्रा पहली बार निकली। जिसे देखकर नगर की जनता में भारी रोष व्याप्त है। क्योंकि नगर में गंदगी का आतंक है। इस संबंध में ग्रामीणों ने कई बार जिम्मेदारों को शिकायत की लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। वहीं चिकित्सा विभाग की टीम को भी गांव में गंदगी अधिक नजर आई, इस समस्या से उन्होंने जिम्मेदारों को भी अवगत कराया।
स्वाईन फ्लु के मरीज की मौत होने की जानकारी मिलने पर तुरंत गांव में सर्वे के लिए टीम भेज दी थी, जिन्होंने गांव में सर्वे किया, सर्वे में अन्य कोई व्यक्ति को स्वाईन फ्लू नहीं पाया गया।
-डॉ एसएस बघेल, सीएमएचओ
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