scriptलॉटरी सिस्टम से होगा निजी विद्यालयों में जरूरतमंद बच्चों का प्रवेश | neemach news | Patrika News

लॉटरी सिस्टम से होगा निजी विद्यालयों में जरूरतमंद बच्चों का प्रवेश

locationनीमचPublished: Feb 24, 2019 05:24:01 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

-आरटीई के तहत विभाग जुटा तैयारी में, शासन से आवेदन की तिथि घोषित होने का इंतजार-हर साल औसत 2 हजार बच्चों को मिलता है लाभ

patrika

लॉटरी सिस्टम से होगा निजी विद्यालयों में जरूरतमंद बच्चों का प्रवेश

नीमच. आरटीई के तहत जिले के पात्र बच्चों को निजी विद्यालयों में नि:शुल्क प्रवेश देने के लिए जिला स्तरीय विभागीय कार्यवाही प्रारंभ हो चुकी है। इस योजना के तहत किसी निजी विद्यालयों में अगर पर्याप्त सीटों से अधिक आवेदन आते हैं तो भोपाल से सीधे लॉटरी सिस्टम से बच्चों का चयन कर निजी विद्यालयों में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। लेकिन अब बच्चों के परिजनों को आवेदन की तिथि का इंतजार है।
बतादें की आरटीई के तहत निजी विद्यालयों में एससी एसटी, बीपीएल, दिव्यांग, अनाथ आदि बच्चों को निजी विद्यालयों में २५ प्रतिशत सीट पर नि:शुल्क प्रवेश दिया जाता है। इसी के तहत प्रवेश के पूर्व की कार्यवाही जिले में शुरू हो चुकी है। जिसके तहत जिले में इस योजना के तहत पात्र विद्यालयों का चयन तीनों बीआरसी स्तर पर किया जा रहा है। वहीं संबंधित स्कूल की ग्राम, वार्ड और पड़ोस की सीमा में पूर्व की मेपिंग के अनुसार अपडेट किया जा रहा है। जिसके बाद विद्यालय के द्वारा प्रथम प्रवेशित कक्षा की सीटें दर्ज होंगी। ताकि दर्ज सीटों का परीक्षण मान्यता के आधार पर ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा। इसके बाद जिला स्तर पर फायनल सीटें लॉक होंगी।
इस बार दो माह पूर्व ही शुरू होगी आवेदन की प्रक्रिया
गत वर्ष जून-जुलाई माह में आरटीई के तहत प्रवेश प्रक्रिया हुई थी। लेकिन इस बार आवेदन की प्रक्रिया मार्च में ही शुरू होने की संभावना नजर आ रही है। क्योंकि अन्य विभागीय कार्य शुरू हो चुके हैं। वर्ष 2011-12 से शुरू हुई इस योजना में अभी तक 11 हजार 500 बच्चों ने प्रवेश लिया है। वहीं करीब हर साल 2 हजार बच्चे इस योजना के तहत नि:शुल्क शिक्षा का निजी विद्यालयों में भाग ले रहे हैं।
लॉटरी सिस्टम से होगी सीट आवंटन
आरटीई के तहत ऑनलाइन आवेदन की तिथि घोषित होते ही परिजनों को बच्चे का आवेदन करना होगा, जिसके बाद पालक के मोबाईल पर सीट आवंटन का मेसेज आएगा, जिसके बाद उन्हें विकासखंड स्तर पर आवेदन के दौरान प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों का सत्यापन कराना होगा। ताकि सभी दस्तावेज सही पाए जाने पर ही बच्चेे को नि:शुल्क शिक्षा का निजी विद्यालय में लाभ मिले। अगर किसी विद्यालय में पर्याप्त सीटों से अधिक आवेदन आते हैं तो भोपाल स्तर से सीधे ही लॉटरी सिस्टम के द्वारा बच्चे का आवंटन किया जाएगा। ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ नहीं हो।
वर्जन.
आरटीई के तहत विभाग द्वारा जिला स्तरीय प्रवेश की तैयारियां चल रही है। शासन के निर्देश आते ही प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।
-केएम सौलंकी, सहायक परियोजना समन्वयक
————–

ट्रेंडिंग वीडियो