नीमचPublished: Mar 01, 2019 08:46:36 pm
Mahendra Upadhyay
-बुधवार को हुई बंपर आवक के दौरान हुए हंगामें बाद व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर -मंडी में नहीं पैर रखने की जगह, बाहर लगी थी वाहनों की कतार-दो रात मंडी में गुजारने को मजबूर अन्नदाता
video निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर तो सामने आई अवैध वसूली की शिकायत
नीमच. लहसुन मंडी में हो रही बंपर आवक के चलते बुधवार को हुए हंगामें के बाद जब गुरुवार को कलेक्टर मंडी का निरीक्षण करने पहुंचे तो एक के बाद एक अव्यवस्थाओं का अंबार उनके सामने आता गया। इस दौरान एक किसान द्वारा अवैध वसूली की शिकायत की गई तो वहीं दूसरी ओर एक टेम्पों चालक द्वारा बीड़ी पीने पर उसका चलान काट दिया गया, जब उपस्थितजनों द्वारा कलेक्टर को बताया गया कि सचिव भी सिगरेट पीते नजर आए हैं। तो कलेक्टर ने सचिव से कहा कि आप भी अपना चालान बनवाएं।
बतादें की लहसुन मंडी में बुधवार को रिकार्ड तोड़ आवक हुई थी। जिसके चलते लहसुन के दाम भी जमीन पर आ टिके थे, इसी के चलते किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया था, मंडी गेट भी बंद रहा था, वहीं मंडी नीलाम भी करीब डेढ़ घंटे बंद रहा था। इसी के चलते गुरुवार को कलेक्टर राजीव रंजन मीणा व एसडीएम क्षितिज शर्मा मंडी में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वे जैसे ही लहसुन मंडी पहुंचे तो वहां उपस्थित एक किसान ने बताया कि करीब तीन घंटे से परेशान हो रहा हूं। कोई टेम्पों वाला मेरा माल व्यापारी के यहां तक नहीं ले जा रहा है। माल उठाने के मानमाने पैसे वसूले जा रहे हैं। माल गोदाम तक छोडऩे के अधिक पैसे मांगे जा रहे हैं जब मैंने अधिक पैसे देने से मना किया तो मेरा टेम्पों में भरा हुआ माल भी खाली कर दिया। जब कलेक्टर ने किसान की बात को सुना तो उन्होंने तुरंत संबंधित व्यापारी सहित जिम्मेदारों को बुलाया और पूरी बात सुनकर अवैध वसूली की रोकथाम सहित अन्य व्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए। इसी दौरान एक टेम्पों चालक मोहम्मद युसूफ पिता निजामुद्दीन वाहन क्रमांक एमपी ०९ एलपी ९६४४ बीड़ी पीता नजर आया। तो कलेक्टर के आदेश पर तुरंत उसका २०० रुपए का चालान बनाया गया, इसी दौरान उपस्थितजनों द्वारा जब बताया गया कि खुद मंडी सचिव भी सिगरेट पीते नजर आए हैं। तो कलेक्टर ने कहा कि नियम सभी के लिए बराबर है। सचिव को भी चालान बनवाना चाहिए। हालांकि सचिव का चालान नहीं बनाया गया।
इसके बाद कलेक्टर ने मंडी में किसान अन्नपूर्णा योजना के तहत दिए जाने वाले भोजन व रसोई का निरीक्षण किया, वहां भी गदंगी देखकर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। वहीं एक दिव्यांग द्वारा सुविधाघर के यहां ही गुटका पाऊज आदि बेचा जा रहा था, तो कलेक्टर के निर्देश पर उन्हें जब्त किया गया। वहीं एक ओर व्यक्ति द्वारा गुटका पाऊज बेचा जा रहा था, जिसकी भी पाऊज की एक लड़ जब्त की, लेकिन जाते जाते उससे यह भी कहा गया कि बाद दे दूंगा।
मंडी में लहसुन बेचने गुजारनी पड़ रही दो रात
लहसुन मंडी में गुरुवार को भी बंपर आवक हुई। मंडी के अंदर करीब २० हजार बोरी लहसुन के ढेर थे, वहीं मंडी गेट के बाहर भी लहसुन से लदे वाहनों की कतार एक तरफ सीआरपीएफ के मेहता गेट तो दूसरी ओर रेलवे स्टेशन तक लगे थे, वहीं मंडी गेट के सामने जाम लगा हुआ था। मंडी में लहसुन बेचने आए किसानों को अब एक से दो रात मंडी में ही गुजारना पड़ रही है।
4200 रुपए क्ंिवटल तक बिकी बेस्ट लहसुन
लहसुन मंडी में गुरुवार को एकदम बेस्ट किस्म की लहसुन ऊपर में 4200 रुपए क्ंिवटल तक बिक रही थी। वहीं सामान्य लहसुन 1700 से 2500 के बीच बिक रही थी। वहीं हल्की लहसुन 1000-800 रुपए क्ंिवटल बिक रही थी। ऐसे में किसान कम दाम के चलते मायूस जरूर थे।
मैं बुधवार सुबह 12 बजे ही लहसुन लेकर आ गया था, तब मंडी गेट के बाहर ही खड़ा होना पड़ा, बुधवार शाम को मंडी खाली होने के बाद प्रवेश मिला तो अब गुरुवार दोपहर तक भी नीलामी नहीं हुई है। वहीं लहसुन के दाम भी बहुत कम मिल रहे हैं। आज लहसुन 2000 के आसपास बिक रही है।
-नागेश जावरिया, चीताखेड़ा, किसान
हम लहसुन लेकर बुधवार शाम को ४ बजे कतार में खड़े हुए थे। जैसे ही शाम को गेट खुला तो देखते ही देखते मंडी फिर फूल हो गई। हम जैसे ही टे्रक्टर लेकर गेट तक पहुंचे तो गेट बंद हो चुका था, अब गुरुवार शाम को ही प्रवेश मिलेगा, ऐसे में दो रात तो खुले आसमान के नीचे ही गुजारनी पड़ रही है। क्योंकि अब शुक्रवार को ही हमारी लहसुन बिकेगी।
-सुरेशचंद्र अहीर, चौकानखेड़ा, किसान
वर्जन.
आवक अधिक होने के कारण कुछ इश्यू आए थे, मंडी प्रशासन द्वारा क्या व्यवस्थाएं की गई है इसी के चलते मंडी का निरीक्षण किया गया। इस दौरान किसानों से वाजिब दाम से अधिक दाम लेने का मामला सामने आया, इस संबंध में मंडी सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि तत्काल कार्रवाई कर व्यवस्था में सुधार करें। सार्वजनिक स्थान पर बीड़ी पीने पर जुर्माना लगाया गया है। किसी को भी सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान नहीं करना चाहिए।
-राजीव रंजन मीणा, कलेक्टर
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