मृतक के पिता गोपाल विश्वकर्मा ने बताया कि बघाना में रमेश की कारपेँटर की दुकान थी। वह घर में सबसे बड़ा बेटा था। उससे छोटा प्रभुदयाल है। चार मार्च को शिवरात्रि पर उसने भांग अधिक पी ली थी। जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। तभी से मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं था। वह तभी से गुमशुम रह रहा था। मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने के कारण रात को घर से निकल गया और यह घटना घटी है। वरना उसे ऐसी कोई बड़ी परेशानी नहीं थी।