कृषि भूमि हुई काफी मंहगी
नीमच प्रोपर्टी बोकर्स एसोसिएशन के सचिव जगदीश माहेश्वरी ने बैठक में कहा कि जिले के मास्टर प्लान में सम्मलित ग्रामों की कृषि भूमि पर ५०० मीटर ५ आरी का आवासीय मूल्य लिया जाता है। जिसमें रजिस्ट्री बहुत महंगी हो जाती है। जबकि उन क्षेत्रों में आवासीय की कोई सुविधा नहीं होती है। खेतों पर भी स्लेब पांच आरी का है, जो हटाया जावे। रजिस्ट्री में नगरीय में ड्यूटी नगरपालिका एक प्रतिशत एवं पंचायत एक प्रतिशत देानों शुल्क लिया जाता है। जो नगरीय क्षेत्रों में पंचायत उनका शुल्क हटाया जाए। कनावटी महू रोड, नसीरााद रोड की गाइडलाइन कम की जाए। कनावटी अंदर की जमीनों की गाइडलाइन अलग बनाई जावे। ५० लाख ५५ हजार भी कनावटी, धनेरिा रोड पर की जाए। वहीं दिनेश अहीर ने बताया कि ग्राम नेवड़ केक अंदर एवं हाट बजार की दरो में फर्क नहीं है जो अंदर आधी दर की होनी चाहिए। बंगला नंबर ५९ की गाइडलाइन बहुत ज्यादा ५५ जार और अंदर ४१ हजार है, जिसे अंद की १५ हजार की जाए क्योकि बंगला नंबर ६० की ९ हजार ५०० है और बंगला नंबर ५८ की १८ हजार है। इसीलिए इसे भी कम किया जाए। नीमच स्थित एवं जावद, मनासा स्थित आवासीय व्यावसायिक कॉलोनियों में १५ प्रतिशत की गाइडलाइन कम की जाए। जिसकी घोषणा तो इनकम टेक्स में जो परेशानी आती है, वह दूर हो जाएगी। जिससे दस्तावेज के पंजीयन अधिक होंगे और राज्य शहर की जनता को लाभ होगा।