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अभी तक अफीम फसल नुकसानी के कुल 4271  किसानों ने दिए आवेदन

locationनीमचPublished: Mar 10, 2019 06:43:14 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

– अब विभाग की होगी फसल नुकसानी जांच शुरू – नुकसानी का आंकलन के बाद फसल उखड़वाने के होंगे आदेश

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अभी तक अफीम फसल नुकसानी के कुल 4271  किसानों ने दिए आवेदन

नीमच। गत दिनों बारिश व ओलावृष्टि के चलते पाला गिरने से अफीम फसल की नुकसानी को लेकर नारकोटिक्स विभाग के पास अंतिम तिथि तक कुल ४ हजार २७१ आवेदन काश्तकारों के प्राप्त हुए हेँ। अब नारकोटिक्स विभाग इनकी जांच के लिए विभागीय टीम गठित कर जांच शुरू कर रहा है। सोमवार बाद नुकसान फसल को उखड़वाने की कार्रवार्ठ की जाएगी। जिले में 28 दिसंबर व 28 जनवरी 2019 को पाला गिरने तथा 13 फरवरी को ओलावृष्टि व बारिश से फसल को नुकसान हुआ था।

नारकोटिक्स विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार ओलावृष्टि, शीतलहर से फसल प्रभावित होने पर औसत पूरी नहीं होने की आशंका में फसल उखड़वाने के लिए नारकोटिक्स विभाग ने फसल नुकसानी के लिए किसानों से आवेदन लेना शुरू किए थे। इसमें उन्हीं किसानों के आवेदन मान्य किए जाएंगे जिन्होंने डोडों में चीरे नहीं लगाए थे। आवेदन देने के बाद अगर डोडों में चीरा लगा लिया तो ऐसे किसानों को औसत पूरी करके अफ ीम विभाग को सौपना होगी। जिले के कई क्षेत्रों में किसानों ने खेतों में पूजा-अर्चना कर डोडों में चीरा लगाने के साथ अफ ीम संग्रहण शुरू कर दिया है। जिन किसानों ने आवेदन दिए हैं, वे विभाग की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। जिले में 13 फ रवरी को ओले गिरने से अफ ीम के पौधे झुक गए थे और डोडे टूट गए थे। अगर विभाग जांच का आंकलन करने में देरी करता है तो बची कुछी फसल में भी नुकसानी होगी।
4271 रेंज से हुए नुकसानी फसल के आवेदन
जिला—————–नुकसानी आवेदन संख्या
नीमच——————-५५१
मंदसौर——————३५१०
रतलाम—————–२११

प्रति 10 आरी की खेती में 70 से 8 0 हजार तक का खर्चा आता
किसान 10 आरी में बोवनी, सिंचाई, दवाए मजदूरी, अफ ीम लेकर विभाग तक पहुंचाने की प्रक्रिया में करीब 70 से 8 0 हजार रुपए खर्च करता है। खेती मौसम पर ही निर्भर रहती आई है। 10 आरी के खेत में से औसत साढ़े 6 किलो से 7 किलो तक अफीम निकलती है। मौसम पूरी तरह से अनुकूल रहता है तो उत्पादन अच्छा होता है। मौसम से फ सल प्रभावित होती है तो उत्पादन पर भी असर पड़ता है।
जिले में अफीम किसान ११ हजार ५८३
नीमच जिले को नारकोटिक्स ने तीन डिवीजन में बांट रखा है। जिसमें नीमच फस्र्ट डिवीजन में नीमच और जावद का क्षेत्र आता है। जिसमें 178 गांव और 3 हजार 572 काश्तकार है। नीमच सैंकड डिवीजन में रामपुरा, सिंगोली और जीरन क्षेत्र आते है। जिसमें 198 गांव में ४ हजार 511 काश्तकार है। नीमच थर्ड डिवीजन में मनासा क्षेत्र आता है। जिसमें 130 गांव और 3 हजार 502 किसान है।
अभी तक करीब 14271 आवेदन हुए प्राप्त
विभाग ने बारिश व ओलावृष्टि में फसल नुकसानी के चलते किसानों के आवेदन लेने की अंतिम तिथि ५ मार्च रखी गई थी। जिसमें सबसे अधिक मंदसौर जिले से 3510 आवेदन, नीमच से 551 और रतलाम से 211 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसके बाद नुकसानी का टीम आंकलन करेगी और जरूरत पड़ी तो पूरी फसल भी निगरानी में उखड़वाई जाएगी। अभी जिनकों अर्जेंट जांच करवानी है, उनकी ही जांच शुरू कर दी गई है। जिनकी फसल उखड़वाई जाएगी, उनका पट्टा नहीं काटा जाएगा और नही उन्हें अफीम जमा करानी होगी।
– प्रमोद सिंह, डीएनसी नारकोटिक्स विभाग नीमच।
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