scriptलकवा ग्रस्त रोगी को निशुल्क मुकाम तक पहुंचाते हैं छगनलाल | neemach news | Patrika News

लकवा ग्रस्त रोगी को निशुल्क मुकाम तक पहुंचाते हैं छगनलाल

locationनीमचPublished: Mar 23, 2019 05:03:47 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

-भादवा माता आने वाले लकवा ग्रस्त को निशुल्क ऑटोसेवा -स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्ति के बाद निशुल्क सेवा की शुरू

patrika

लकवा ग्रस्त रोगी को निशुल्क मुकाम तक पहुंचाते हैं छगनलाल

नीमच। सेवा का जज्बा किसी उम्र का मोहताज नहीं है। यह नीमच निवासी ६९ वर्षीय छगनलाल चौहान लक्षकार साबित कर रहेें हैं। वह वर्ष २०१० में स्वास्थ्य विभाग से नॉन मेडिकल असिस्टेंट के पद से सेवानिवृत्त हुए है। तभी से किसी न किसी पर सेवा भाव से जुड़े रहें हैं। आखिर कार उन्होंने अपना अब बाकी समय ***** माता को आने वाले निशक्तजन को निशुल्क ऑटो सेवा देना लक्ष्य बना लिया है। लेकिन अभी ऑटो की खराबी के कारण उन्हें थोड़ी दिक्कत आ रही है, लेकिन इस उम्र में उनके सेवाभावी जज्बे को जो देखता है, सलाम करता है।

पत्रिका से बातचीत के दौरान स्कीम नंबर ३६ नीमच निवासी छगनलाल चौहान पिता औंकारलाल चौहान लक्षकार उम्र ६९ ने बताया कि वह वर्ष २०१० में स्वास्थ्य विभाग से नॉन मेडिकल असिस्टेंट के पद से रिटायर्ड हुए हैं। तभी से किसी न किसी प्रकार सेवाभाव से जुड़े थे। वह अक्सर भादवामाताजी के दर्शन करने आया करते थे। वह यहां पर दूरदराज से आए निशक्त की परेशानी और उनको लाने ले जाने में उनके परिजनों की मशक्कत को देखते थे। मन में था कि यहां के लिए कुछ सेवा करनी है।
मामी जी की स्थिति अभी तक दिमाग में है
लक्षकार ने बताया कि वर्ष १९८४ की बात उन्हें अभी तक अच्छी तरह याद है कि उनकी मामीजी नासी बाई को लकवा हो गया था। वहीं परिवार वाले उनको ***** माता दर्शन के लिए लाए थे। छह लोगों से भी बमुश्किल उनका यहां पर लाया गया था। काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। तभी से यहां आने वाले रोगियों के लिए उनके मन में कुछ न कुछ करने का भाव था। रिटायर्डमेंट के बाद वह खाली हो गए और उन्होंने अब अपना समय इन रोगियों को माताजी के दरबार तक ऑटो में निशुल्क ले जाने के सेवा कार्य को चुना है। उन्होंने बताया कि इस सेवा में उनका आर्थिक रूप से योगदान लगता है। अन्य यात्री जहां शुल्क देकर यात्रा करते हैं, वहीं नेत्रहीन विकलांग और लकवे के रोगियों के लिए ऑटो की सुविधा निशुल्क रहती है ।
सैकेंड हेंड लिया था ऑटो
छगनलाल लक्षकार ने बताया कि उन्होंने सैकेंड हैंँड ऑटो लेकर यह सेवा एक फरवरी से शुरू की थी। अभी ऑटो में मेटिनेंस को लेकर दिक्कत आ रही है। वह इस ऑटो को देकर कंपनी से नया ऑटो लेने के लिए भी बात करके आए है। प्र्रयास चल रहा है, लगातार वह यह सेवा देते रहेंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो