केस: 1-एलआईसी चौराह अंबेडकर मार्ग पर विद्युत ट्रांसफार्मर के चारों तरफ जाली नहीं है। वहीं डीपी से अड़वा है, एसटीडी पीसीओ की दुकान है और दूसरी तरफ नाश्ता बेचने का ठेला है। दूसरी ओर हद तो यह है कि नगर पालिका ने कचरा प्वाइंट भी डीपी के सामने बना दिया। जिससे हादसे की गुजाइंश और बढ़ जाती है।
केस: २- ओपीएम कॉलोनी में स्थित फायनेंस बैँक ने विद्युत ट्रांसफार्मर के पास ही वाहन पार्किंग बना रखी है। खुली डीपी के पास अड़वा वाहन खड़े होते है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। डीपी के चारों तरफ फेसिंग भी नहीं हैं।
ेकेस: ३- शहर के अजमीड़ चौराहा पर स्थित नमकीन की दुकान ने हद ही कर दी। उन्होंने स्वयं की छाव को लेकर तिरपाल डीपी से ही बांध रखा है। पास में भट्टी चलती रहती है और दूसरी और ट्रांसफार्मर से अड़वा ही सांची दूध डेयरी का बूथ लगा है, कभी हादसे की चपेट में आ सकता है।
केस: ४- महूरोड स्थित निजी बस स्टेंड पुलिया के पास लगी डीपी की किसी को परवाह नहीं है। डीपी खुली है, चारों और जाली नहीं लगी है। वहीं बस यहां रूकती है और लगेज उतारती है। डीपी से अड़वा माल उतरता है और हम्मालों के ठेले खड़े रहते हैं। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
केस: ५-फव्वारा चौक बारहदरी पर लगी डीपी चारो तरफ से हादसे को दावत दे रही है। डीपी से सटी टायर की दुकान है। वहीं डीपी से अड़वा वाहन पार्क होते है। जस्ट पास में नगर पालिका शासकीय टॉयलेट घर बना दिया। डीपी चारो तरफ से घिरी और खुली हुईहै। कभी भी हादसा हो सकता है।
केस: ६- नीमच सिटी को जाने वाले श्मशान रोड पर डीपी के दोनों तरफ दुकानदारों ने गुमटी लगा दी है। गर्मी के दिनों में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जबकि इन्हें डीपी से थोड़ी दूरी छोडऩी चाहिए।
शहर में जिन भी डीपी के पास अतिक्रमण हो रहा है। सभी को नोटिस देकर हटवाया जाएगा। वहीं नगरपालिका के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई कर डीपी के पास बनी गुमटी व पार्किंग को हटवाया जाएगा।
– एससी वर्मा, अधीक्षण यंत्री विघुत वितरण विभाग नीमच।