नीमचPublished: Mar 29, 2019 07:58:51 pm
Mahendra Upadhyay
हरिद्वार में गंगाघाट पर किया जाएगा ३० को अस्थियों का विधि विधान से विसर्जनविजिया मित्र मंडल ने निकाली प्रमुख मार्गों से अस्थिकलश यात्रा
video 15 लावारिस अस्थियों की निकली अंतिम यात्रा
नीमच. विजिया मित्र मंडल के तत्वावधान में गुरुवार को १५ लावारिस लोगों की अस्थियों की शहर के प्रमुख मार्गों से यात्रा निकाली गई। लावारिस अस्थियों को ३० मार्च को हरिद्वार में पूरे विधि विधान से विसर्जन किया जाएगा।
प्रमुख मार्गों से निकली अस्थिकलश यात्रा
गुरुवार सुबह 9 बजे नीमचसिटी रोड स्थित मुक्तिधाम से विजिया मित्र मंडल के तत्वावधान में लावारिस अस्थियों की यात्रा निकाली गई। विधि विधान से पूजा करने के बाद यात्रा प्रारंभ हुई। यात्रा में ओम नम: शिवाय… तेरी कुदरत का कमाल… जय भोले बाबा… आदि भजनों की स्वर लहरियां बिखर रही थी। अस्थिकलश यात्रा बारादरी, नयाबाजार, घंटाघर, जाजू बिल्डिंग होते हुए अग्रसेन वाटिका पहुंची। यहां से सभी सदस्य हरिद्वार में अस्थि विसर्जन के लिए रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हुए। अस्थि कलश यात्रा का मार्ग में जगह जगह पुष्पांजलि अर्पित की गई। विधायक दिलीपसिंह परिहार, चन्द्रप्रकाश मोमू लालवानी, नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन, अखिल भारतीय जायसवाल महासभा के राष्ट्रीय सचिव अर्जुनसिंह जायसवाल, अशोक चौरडिय़ा, श्रीराम गोढबोले सहित विभिन्न समाजों के गणमान्य पदाधिकारिकयों एवं सामजजनों आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की।
५०५ लावारिसों की अस्थि कर चुके हैं गंगा में विसर्जन
विजिया मित्र मंडल की ओर से अब तक 505 लावारिस गरीबों की अस्थियों का विसर्जन किया जा चुका है। इसमें गुरुवार को हरिद्वार के लिए ले जाई गई 15 अस्थियां भी शामिल हैं। मित्र मंडल के सदस्यों ने बताया कि अब लावारिसों को डीएनए परीक्षण की शंका में पुलिस गाडऩे लगी है। इस कारण इस साल लावारिस अस्थियों की संख्या कम हो गईहै। सदस्यों ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से यह यात्रा अनवरत जारी है। तत्कालीन बैकुंठ धाम समिति अध्यक्ष स्वर्गीय जगदीशप्रसाद ऐरन की प्रेरणा से लावारिस अस्थियों को गंगा में विसर्जित करना प्रारंभ किया गया था। यह क्रम आज भी जारी है। मित्र मंडल के 22 सदस्य मिलकर लावारिस अस्थियों का विधि विधान ने स्वयं के खर्च पर हर साल हरिद्वार में विसर्जन करते हैं।