एजेंट पंकज माली ने बताया कि वह आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी से वह पिछले छह-सात साल से जुड़ा है। छह साल में लोगों की एफडी डबल करने का आश्वासन दिया था। अब बैंक पैसा नहीं दे रही है। वहीं कई ग्राहकों की आरडी भी पूरी हो गईहै, वह घर आकर चक्कर काटते है और धमकाते है। किसी के घर में शादी है और वह जमा पूंजी प्राप्त नहीं कर पा रहा है। वह रोजना घर आकर धमकाता है। ऐसे में बैंक में कोई भी अधिकृत रूप से जवाब देने को तैयार नहीं है। वह न तो चैक दे रहे है और न ही लिखित में आश्वासन दे रहे हैं कि कब पैसा लौटाएंगे। जिले में हजारों लोग जुड़े है, जिनका करीब ढाई करोड़ रुपया फंसा है। लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है, कब पैसा लौटाएंगे। वहीं ग्राहक महिला कृष्णा शर्मा ने बताया कि उनका करीब एक लाख रुपए और मां का करीब आठ लाख रुपए कॉपरेटिव बैंक में उलझे है। यह चक्कर पर चक्कर कटाए जा रहें हैं। कोई संतोषपूर्ण जवाब नहीं है, लोगों को एक न एक दिन आक्रोश फूटना स्वाभाविक है।
दिसंबर वर्ष २०१८ में मुकेश मोदी को सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस एसएफआईओ की ओर से गिरफ्तार किया गया था। इसमें ये आरोप लगे थे कि सोसायटी में आए धन को गलत इस्तेमाल कर अपने जान-पहचान वालों और उनकी फ र्म को लोन दे दिया। जबकि जांच में पता चला कि जिन्हें लोन दिया गया हैए उन्होंने कोई बिजनेस ही नहीं किया। इसलिए केंद्रीय रजिस्ट्रार ने एसएफआईओ के एक पूर्व आईएएस एचएस पटेल को लिक्विडेटर नियुक्त किया है। जिसने सारे बैंक खाते सीज कर दिए हैं।
जिनका जो भी पैमेंट है संस्था सभी को देगी। अभी वर्तमान में बैंक के खाते सीज कर दिए गए हैै। जिससे भुगतान करने में परेशानी आ रही है। सोसायटी के पास १० हजार करोड़ की संपत्ति है, जबकि देनदारी कम है। तीन महीने में सारी स्थिति सुधर जाएगी। जब लोगों ने इतना सब्र किया है तो थोड़ा और करें। कोर्ट में भी केस चल रहा है। खाते खुलते है, सभी की देनदारी देना शुरू कर दिया जाएगा।
-आशीष जैन, रीजनल मैनेजर आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी।
दोपहर में आदर्श के्रडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी पर लेनदारी को लेकर हंगामे की सूचना पर डायल १०० गई थी, वह समझाइश कर मामला शांत कर लौट आई थी। किसी ने थाने पहुंचकर कोई शिकायत नहीं दी है।
– अजय सारवान, थाना प्रभारी नीमच कैंट ।