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बंगला बगीचा क्षेत्र में व्यवस्थापन की रफ्तार पर लगा ब्रेक

locationनीमचPublished: Apr 08, 2019 11:47:01 am

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

लोकसभा चुनाव के चलते नहीं हो पा रही सुनवाई3408 में से मात्र 1409 लोगों ने ही जमा कराए अब तक आवेदन

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बंगला बगीचा क्षेत्र में व्यवस्थापन की रफ्तार पर लगा ब्रेक

नीमच. करीब ढाई साल पहले प्रारंभ हुई व्यवस्थापन प्रक्रिया को एक बार फिर ब्रेक लग गए हैं। इस बार लोकसभा चुनाव के चलते काम प्रभावित हुआ है। मजे की बात यह है कि जिस प्रक्रिया को लेकर नगरपालिका के जनप्रतिनिधि काफी उत्साहित दिख रहे थे इसे अपनाने में बंगला बगीचा क्षेत्र के रहवासी बिलकुल भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं। करीब ९ से १० हजार परिवार इस क्षेत्र में निवास करते हैं। इनमें से भी ३ हजार ४०८ लोगों ने ही आवेदन खरीदे और मात्र एक हजार ४०९ लोगों ने ही नगरपालिका में आवेदन जमा कराए हैं। चौकाने वाली बात यह है कि इनमें से भी मात्र ३३६ लोगों के ही पट्टानामा निष्पादित हुए हैं।
४५८ लोगों ने जमा कराई अब तक राशि
नगरपालिका के बंगला बगीचा क्षेत्र में निवासरत लोगों ने पिछले ढाई साल में व्यवस्थापन प्रक्रिया में विशेष रुचि नहीं दिखाइ है। जब से व्यवस्थापन प्रक्रिया प्रारंभ हुई है इसके बाद से नीमच के मात्र ४५८ लोगों ने ही अब तक राशि नपा में जमा कराई है। इन लोगों ने प्रीमियम के रूप में २ करोड़ २४ लाख ४७ हजार ४८९, वार्षिक लीजरेंट के रूप में ८ लाख ११ हजार ५०१ रुपए, निर्माण अनुमति के रूप में ४ लाख ९५ हजार ६८० रुपए, शास्ति में रूप में ४४ हजार ७८३ रुपए, विकास शुल्क के रूप में ५८ लाख ४४ हजार १७१ रुपए, अधिभार के रूप में एक लाख ९८ हजार ७५७ रुपए के रूप में जमा कराए गए हैं। व्यवस्थापन शुल्क जमा कराने वाले लोगों को ५ प्रतिशत छूट के रूप में १४ लाख ६१ हजार १२१ रुपए का लाभ मिला। इस मान से ४५८ लोगों ने कुल २ करोड़ ९८ लाख ४२ हजार ३८१ रुपए की राशि नगरपालिका में जमा कराई है।
१४०९ में से मात्र ३३६ के हुए पट्टानामा निष्पादित
नीमच नगरपालिका क्षेत्र में करीब ९ से १० हजार मकान होंगे। इनमें से मात्र ३ हजार ४०८ लोगों ने ही नगरपालिका से व्यवस्थापन प्रक्रिया के तहत आवेदन लिए थे। इनमें से भी मात्र एक हजार ४०९ लोगों ने नपा में आवेदन जमा कराए हैं। ९४७ प्रकरणों में सुनवाईहै और इनमें से ५२३ प्रकरण निराकृत किए गए। नगरपालिका परिषद से कुल ५०० प्रकरण अनुमोदित हुए। २३ प्रकरणों को नपा परिषद के समक्ष अनुमोदन के लिए भेजा गया है। २१५ प्रकरण उपांतरण के लिए भेजे गए हैं। २०९ प्रकरण स्थल रिर्पोट, तहसीलदार, विधि अभिमत आदि के लिए भेजे गए हैं। एक हजार ४०९ प्रकरणों में से अब तक मात्र ३३६ लोगों के ही पट्टानामा निष्पादित हुए हैं।
तीन एसडीएम बदल गए
जब से बंगला बगीचा क्षेत्र में व्यवस्थापन प्रक्रिया प्रारंभ हुई है इसके बाद से अब तक तीन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) बदल गए हैं। शासन स्तर पर स्वीकृत हुई बंगला बगीचा के लिए व्यवस्थापन प्रक्रिया को समझने में ही काफी समय लग जाता है। तत्कालीन एसडीएम आदित्य शर्मा इस प्रक्रिया को काफी अच्छी तरह समझ चुके थे। उन्होंने जिस तेज गति से व्यवस्थापन प्रक्रिया में प्रकरणों की सुनवाईकी थी इसके बाद फिर ऐसी गति दिखाई नहीं दी। आदित्य शर्मा का तबादला होने के बाद क्षितिज शर्मा ने एसडीएम को प्रभार संभाला। उन्होंने भी व्यवस्थापन प्रक्रिया को समझा और प्रकरणों का निराकरण प्रारंभ किया। उनके भी प्रयास रहे है कि बंगला बगीचा क्षेत्र के रहवासियों को जल्द से जल्द प्रक्रिया कालाभ मिले। इस बीच विधानसभा चुनाव आ गए। इसके चलते एक बार फिर गति सुस्त पड़ गई। चुनाव निपटे ही थे कि क्षितिज शर्मा का भी तबादला हो गया। अब एसएल शाक्य ने एसडीएम का दायित्व संभाला है। वे अपने स्तर पर प्रक्रिया समझने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव सामने आने से प्रक्रिया को एक बार फिर ब्रेक लग गया है। अब जून माह में भी व्यवस्थापन प्रक्रिया फिर से गति पकड़ पाएगी।

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