scriptअब हमेशा सफेद नहीं, बल्कि कलरफूल चादर बिछेगी मरीजों के बेड पर | neemach news | Patrika News

अब हमेशा सफेद नहीं, बल्कि कलरफूल चादर बिछेगी मरीजों के बेड पर

locationनीमचPublished: Apr 30, 2019 07:26:30 pm

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

-मरीजों को स्वच्छ और सुदंर वातावरण देने बिछेगी कलरफूल चादरें-जननियों को भी मिलेगा सुखद वातावरण -जिला चिकित्सालय में हुई 200 चादरों से शुरूआत

नीमच. अब तक जिला चिकित्सालय में स्थित सभी वार्डों में केवल सफेद चादर ही बिछती नजर आती थी। जो थोड़ी भी गंदी होने पर अशोभनीय नजर आती थी। वहीं हर दिन एक सी चादर बिछने के कारण मरीजों को भी सामान्य नजर आता था। इसी के चलते शासन ने जिला चिकित्सालय के हर बेड पर हर दिन अलग अलग रंग की चादरें बिछाने का निर्णय लिया है। ताकि मरीजों को आकर्षक व सुखद वातावरण मिले।
जिला चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती होने वाले मरीजों को अब घर जैसा वातावरण मिलेगा। क्योंकि अब विभिन्न वार्डों में लगे पलंगों पर हर दिन अलग अलग रंग की चादर बिछेगी, किसी दिन गुलाबी, किसी दिन पिली, किसी दिन बैंगनी तो किसी दिन हरी चादर बिछने से जहां एक ओर मरीजों को पहले से बेहतर वातावरण मिलेगा। वहीं दूसरी ओर चिकित्सालय की सूरत भी निजी चिकित्सालयों से बेहतर नजर आएगी।
बतादें की जिला चिकित्सालय में बेहतर और आकर्षक वातावरण मुहैया कराने के उद्देश्य से शासन ने जिला चिकित्सालय में हर दिन अलग अलग रंग की चादर बिछवाने का निर्णय लिया है। जिसके चलते प्रारंभिक रूप में करीब २०० चादरें आ भी चुकी है। लेकिन फिलहाल मात्र दो कलर की चादरें ही आई है। शेष आना बाकी है।
इस प्रकार रहेगा दिन अनुसार रंग
शासन के निर्देशानुसार सोमवार को सफेद, मंगलवार को गुलाबी, बुधवार को हरी, गुरुवार को पीली, शुक्रवार को बैंगनी, शनिवार को नीली और रविवार को हल्का भूरे रंग की चादर बिछाई जाएगी।
अब नहीं आएगी जिला चिकित्सालय में चादरों की समस्या
कुछ समय पहले जिला चिकित्सालय में चादरों के लिए काफी मारामारी नजर आती थी। क्योंकि कई बार चादरे धुलाई पर जाने के दौरान व समय पर नहीं आ पाने के कारण मेटरनिटी सहित अन्य वार्डों में स्थित कई पलंगों पर चादर ही नहीं नजर आती थी। लेकिन अब चादरों की कमी नहीं आएगी। क्योंकि हर दिन अलग अलग रंग की चादरे बेड पर बिछाने की योजना के अनुसार करीब एक सप्ताह तक मेेंंटेंन करने के लिए करीब २१०० चादर की आवश्यकता होगी। इतनी मात्रा में चादर आने पर निश्चित ही जिला चिकित्सालय में चादर संबंधी समस्या बिल्कुल समाप्त हो जाएगी।
स्टॉफ के साथ धुलाई की व्यवस्था करनी होगी दुरूस्त
जिला चिकित्सालय में हर दिन वार अनुसार चादरें बदल तो जाएगी। लेकिन हर दिन इतनी संया में चादरों की धुलाई करना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा। क्योंकि जिला चिकित्सालय ओर ट्रामा सेंटर मिलाकर करीब २४० से अधिक पलंग वर्तमान में हैं। ऐसे में प्रतिदिन २४० चादरों की धुलाई करवाना टेडी खीर होगा। वहीं प्रतिदिन इतनी चादरें बिछवाने के लिए अतिरिक्त स्टॉफ की जरूरत भी होगी।
वर्जन.
जिला चिकित्सालय का वातावरण सुंदर और आकर्षक बनाने के उद्देश्य से शासन द्वारा हर दिन अलग अलग रंग की चादरें बेड पर बिछाने का निर्णय लिया गया है। फिलहाल करीब २०० चादरें आई है। जो हल्की सफेद और हल्की नीली रंग की है। चादरें बिछाने की शुरूआत कर दी है।
-डॉ बीएल बोरीवाल, सिविल सर्जन
———–

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो