थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि भूलियावास निवासी बालकिशन पिता प्रतापलाल अहीर उम्र ४९ वर्ष ने विकास नगर स्थित आवास फायनेंस योजना कंपनी से करीब ढाई लाख का आवास पर चार साल पहले लिया था। उनकी बेटी पूजा अहीर ने बताया कि उसकी पेनल्टी किश्त करीब पांच हजार की ड्यू बताई गई थी। जबकि बालकिशन का कहना था कि उसने सारी किश्त जमा कराई है। मामला कलेक्टर कार्यालय तक भी पहुंचा था।दस तारीख तक ड्यू किश्त जमा करवाने की बात कही थी। उसके बाद भी कंपनी का एजेँट एमके शर्मा उनके घर तीन-दिन चक्कर काट रहा था। वह मंगलवार को शाम करीब साढ़े सात बजे उनके घर आया और स्विट कार में बैठाकर उन्हें बाहर ले गया। उसके बाद करीब बीस मिनट बाद घर लौटा और पिताजी को छोड़ गया। उनके चेहरे पर चोट थी और घबराए हुए थे। उसके बाद से ही उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें चौरडिय़ा अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर प्राथमिक उपचार दिया गया। हालत गंभीर होने पर उन्हें उदयपुर रैफर कर दिया। जहां उनकी रात करीब १२ बजे मौत हो गई। जहंा से परिजन शव बुधवार सुबह जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लेकर पहुंचे। वहां पर आरोपी एजेंट पर एफआईआर दर्ज कराने की बात को लेकर वहां से शव उठाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद थाना प्रभारी नरेंद्र ठाकुर और सीएसपी राकेश मोहन शुक्ल मौके पर पहुंचे और परिजनों की समझाइश कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पांच बेटियों ने दी मुखाग्रि
मृतक के रिश्तेदार बलराम अहीर ने बताया कि मृतक बालकिशन अहीर मजदूरी और काश्तकारी करता था। उसके पांच बेटियां है। उनके बेटा नहीं है। बेटियों ने पिता को मुखाग्रि देकर अंतिम संस्कार किया। बेटियों ने कहा उनके पिता की मौत के जिोदार युवक को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
कर्जा एक्ट में किया प्रकरण दर्ज
परिजनों का आरोप था कि मृतक ने आवासीय लोन विकास नगर स्थित फायनेंस कंपनी से लोन लिया था।लोन चुक गया था और उसकी पेनल्टी किश्त के लिए एजेंट एमके शर्मा चक्कर काट रहा था। मंगलवार शाम को घर आया और कार में बैठाकर बालकिशन को लेकर गया था। उसके बाद से ही सदमे में उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हुई है। इस कारण ३/४ एक्ट में कर्ज के लिए धमकाने में आरोपी एजेंट पर प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
– राकेश मोहन शुक्ल, सीएसपी नीमच।