फैक्ट फाइल
– जिले में हाई स्कूल की संया ५८
– जिले में हाई सैकेण्डरी स्कूल की संया ६० परीक्षा परिणाम का दबाव
प्राचार्यो के अनुसार १०वीं और १२वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उनके पास सबसे ज्यादा दबाव बेहतर परिणाम देने का रहता है। उनकी कोशि रहती है कि उनके छात्र टॉप-५० में जगह बनाने में कामयाब रहें। इसके लिए वे मेहनत भी करते है। पढ़ाई में टीचर्स की कमी पूरी करने के लिए उन्होंने अतिथि शिक्षकों की सेवाएं ली जा रही है। लेकिन अतिथि शिक्षक रखने के लिए समय सीमा रखी गई है। शिक्षाविदों के अनुसार माशिमं ने आदेश जारी करने से पहले स्कूलों में इस आदेश् को कैसे पालन कराएंगे। उसके बारे में पूरा होमवर्क नहीं किया।
– जिले में हाई स्कूल की संया ५८
– जिले में हाई सैकेण्डरी स्कूल की संया ६० परीक्षा परिणाम का दबाव
प्राचार्यो के अनुसार १०वीं और १२वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उनके पास सबसे ज्यादा दबाव बेहतर परिणाम देने का रहता है। उनकी कोशि रहती है कि उनके छात्र टॉप-५० में जगह बनाने में कामयाब रहें। इसके लिए वे मेहनत भी करते है। पढ़ाई में टीचर्स की कमी पूरी करने के लिए उन्होंने अतिथि शिक्षकों की सेवाएं ली जा रही है। लेकिन अतिथि शिक्षक रखने के लिए समय सीमा रखी गई है। शिक्षाविदों के अनुसार माशिमं ने आदेश जारी करने से पहले स्कूलों में इस आदेश् को कैसे पालन कराएंगे। उसके बारे में पूरा होमवर्क नहीं किया।
प्रवेश की जांच करेगा निगम
बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार उन्होंने सभी स्कूलों में प्रवेश के लिए ३१ जुलाई २०१९ तारीख निर्धारित कर दी है। इसके बाद जिन स्कूलों में १० फीसदी से अधिक छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। उन छात्रों के दस्तावेजों की जांच निगम खुद करेगा। इस कारण एडमिशन में आए फर्जीवाड़े के वे मामे है, जिनमें अधिकारियों की पहले ही काफी किरकिरी हो चुकी है उनके अनुसार पात्र छात्र इस सुविधा का लाभ उठा सके, इसके लिए वे खुद मॉनिटरिंग करेंगे।
बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार उन्होंने सभी स्कूलों में प्रवेश के लिए ३१ जुलाई २०१९ तारीख निर्धारित कर दी है। इसके बाद जिन स्कूलों में १० फीसदी से अधिक छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। उन छात्रों के दस्तावेजों की जांच निगम खुद करेगा। इस कारण एडमिशन में आए फर्जीवाड़े के वे मामे है, जिनमें अधिकारियों की पहले ही काफी किरकिरी हो चुकी है उनके अनुसार पात्र छात्र इस सुविधा का लाभ उठा सके, इसके लिए वे खुद मॉनिटरिंग करेंगे।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना मकसद
सरकारी स्कूलों में १०वीं और १२वीं में छात्र-छात्राएं ज्यादा से ज्यादा दाखिला ले, इसीलिए, हमने दस प्रतिशत बंधन खत्म कर दिया है। आगे का प्रयास है कि प्लान सभी स्कूलों में छात्रों को अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना रहेगा। इसके लिए हमने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
-केसी शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी नीमच।
सरकारी स्कूलों में १०वीं और १२वीं में छात्र-छात्राएं ज्यादा से ज्यादा दाखिला ले, इसीलिए, हमने दस प्रतिशत बंधन खत्म कर दिया है। आगे का प्रयास है कि प्लान सभी स्कूलों में छात्रों को अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना रहेगा। इसके लिए हमने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
-केसी शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी नीमच।