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पिछले साल की तुलना में इस साल लाइन लॉस घटा

locationनीमचPublished: Jun 13, 2019 10:34:00 am

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

पिछले साल जिले में प्रतिमाह औस २०.७४ प्रतिशत लाइन लॉस थाइस साल लाइन लॉस घटकर १७.०३ प्रतिशत प्रतिमाह हुआ

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पिछले साल की तुलना में इस साल लाइन लॉस घटा

नीमच. लगातार मेंटेनेंस और शासन की योजना की वजह से बिजली कपनी ने लाइनलॉस में काफी सुधार किया है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछले साल जहां लाइनलॉस २०.७४ प्रतिशत था वहीं इस साल घटकर यह १७.०३ प्रतिशत रह गया है। इस मान से पिछले साल की तुलना में लाइनलॉस में ३.७१ प्रतिशत का सुधार हुआ है। लाइनलॉस कम होने में बिजली खपत करने को लेकर लोगों की जागरूकता भी एक वजह है।
फेक्ट फाइल
कुल उपभोक्ता-३२,६३५
घरेलु-२४७५६
गैर घरेलु-६९५५
औद्योगिक-३४२
कृषि-४८९
पॉवर ग्रीड-५
बिजली खपत कम करने किया कार्य
मप्रपक्षेविविकंलि नीमच के सहायक यंत्री वीके वर्मा ने बताया कि वर्तमान में शहर के विद्युत नेटवर्क की मजबूती और उन्नयन के लिए नवीन ११ केवी, निन दाब लाइनों का निर्माण तथा ट्रॉसफार्मरों की स्थापना के कार्य कराए गए हैं। इससे शहर के उपभोक्ताओं को गुणवत्ता पूर्व एवं सतत विद्युत प्रदाय हो रही है। शहरी क्षेत्र में अब तक १०० केवीए के १६ नग, २०० केवीए के ३ नग, ३१५ केवीए के २ इस प्रकार कुल २१ नग नए विद्युत उपकेद्रों का कार्य पूरा किया जा चुका है। इसी प्रकार क्षमता वृद्धि के लिए ६३ केवीए से १०० केवीए के १० नग, १०० केवीए से २०० केवीए के २२ नग और २०० केवीए से ३१५ केवीए के ४ नग कुल ३६ नग डीटीआर की क्षमता वृद्धि के कार्यपूर्ण हो चुके हैं। शेष ९ नग ट्रॉसफार्मरों की क्षमता वृद्धि के कार्य प्रगति पर हैं। ११ केवी लाइन ३.५ किलोमीटर के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शेष २.५ किलोमीटर के कार्य प्रगति पर हैं। इसी प्रकार निन दाब लाइन २६ किलोमीटर कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शेष ३४ किलोमीटर के कार्य प्रगति पर हैं।
पिछले साल की तुलना में घटा है लाइनलॉस
वर्ष २०१७-१८ में शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ७२.५६ लाख यूनिट प्रतिमाह थी। इसकी तुलना में खपत ५७.५१ लाख यूनिट प्रतिमाह हुईथी। पिछले साल औसत १५.०५ लाख यूनिट प्रतिमाह लाइनलॉस रहा। वर्ष २०१८-१९ में बिजली आपूर्ति ७०.६१ लाख यूनिट प्रतिमाह थी। इसकी तुलना में खपत ५८.५८ लाख यूनिट प्रतिमाह हुई। इस साल लाइनलॉट घटकर औसत १२.०३ लाख यूनिट प्रतिमाह रह गया। पिछले साल औसत २०.७४ प्रतिशत लाइनलॉस था जो इस साल घटकर १७.०३ प्रतिशत रह गया है।
बिजली खपत कम करने हुए हैं लोग जागरूक
आईपीडीएस योजना के तहत बिजली लाइन के नए कार्य होने से लाइनलॉस में कमी आई है। नए ट्रॉसफार्मर लगने से भी इसमें लाभ हुआ है। सरल योजना की वजह से बिजली चोरी कम हुईहै। सौभाग्य योजना में भी कलेक्शन का लाभ मिला है। बिजली उपयोग की तकनीक में भी काफी बदलाव आया है। लोग बिजली खपत करने के लिए भी जागरूक हुए हैं।
– वीके वर्मा, सहायक यंत्री मप्रपक्षेविविकं लि.

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