1. नाहरसिंह पिता बंसीलाल बंजारा उम्र 20 वर्ष ग्राम गणेशपुरा थाना भिंडर जिला उदयपुर एनडीपीएस में 10 साल की सजा।
2. दुबे लाल पिता दशरथ धुर्वे उम्र 19 वर्षए ग्राम गोगरी थाना नौगांव जिला मंडला 376 में 10 वर्ष की सजा।
3. पंकज पिता रामनारायण मोंगिया उम्र उम्र 21 वर्ष ग्राम नल वाई थाना बड़ी सादड़ी जिला चित्तौड़ एनडीपीएस।
4. लेख राम पिता रमेश बावरी उम्र 29 वर्ष ग्राम चंदवासा थाना मल्हारगढ़ जिला मंदसौर एनडीपीएस।
एएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि मास्टर माइंड विनोद डांगी ने ही पूरी योजना जेल ब्रेक की रची है। वह तीन दिन तक लगातार फरार बंदियों से मिलने आया है, इस दौरान मिलीभगत कर जेल के अंदर उसने नींद की गोली, मोबाइल और हैक्सा ब्लेड पहुंचाई है। दुष्कर्म के बंद दुबे लाल को जेल बैरिक में जागिया बना रखा था। जो कि रात को ड्यूटी देता था। इसे किसके आदेश पर जागिया बनाया गया और कबसे कब तक बनाया गया। इसकी भी पूछताछ और जांच चल रही है। वहीं इसके द्वारा ही अंदर बंदियों के छाछ और दही में नींद की गोली दो दिन से मिलाई जा रही थी और धीरे-धीरे कर सलाखे काटी जा रही थी। उसके बाद अंत में सलाखे काटकर बैरिक से बाहर निकले, इस दौरान जाली वाला दरवाजा किसने खुला रखा यह भी जांच का विषय है। इस दौरान ड्यूटी प्रहरी ईश्वर की थी और बाहर विजेंद्र की थी। जिससे साफ लगता है कि प्रहरी ने जाली वाला दरवाजा खुला छोड़ा है, अगर दरवाजा लगा होता तो बंदी भाग नहीं पाते।
पुलिस जांच में सामने आया है कि जेल परिसर के चौक में आने के बाद पीछे की तरफ कोने से कंबल की रस्सी बनाकर ३५ फीट ऊंची दीवार पर फेंकर बाहर साथी को संकेत दिए। उसेक बाद उन्होंने उसमे रस्सी बांधकर अंदर फेंकी। जिसे बिजली के खंभे से बांध रखा था। वहीं एक-एक कर बंदी फरार हुए। उसके बाद भी प्रहरी को भनक तक नहीं लगी, लेकिन रस्सी आखिरी बंदी के समय किसने रस्सी पकड़ी यह भी जांच का विषय है। रस्सी अंदर से बंधी नहींं थी। फिर अंदर से रस्सी किसी बंदी ने या फिर प्रहरी ने पकड़ी थी। वहीं बड़े गेट पर पवन धाकड़ और रामप्रसाद की ड्यूटी रहती थी, उसके बाद संदिग्ध सामान नींद की गोली, मोबाइल, हैक्सा ब्लेड कैसे अंदर आई, उनकी मामले में क्या भूमिका है। इसकी भी जांच की जा रही है।
जेल ब्रेक के मामले में बदमाशों की धरपकड़ के लिए एसपी ने करीब दस टीम का गठन किया है। जिसमें टीम का नेतृत्व एसडीओपी मनासा एमएल मोरे, केंट थाना प्रभारी टीाई अजय सारवान, टीआई किशोरपाटनवाला, जीरन थाना प्रभारी टीआई जितेंद्र सिंह सिसौदिया, एसआई मोहन सिंह को एक टीम के साथ मंडला भेजा गया है। वहीं आईजी की रतलाम की साइबर सेल टीम सहित २५ सादा वर्दी में पुलिसकर्मी बदमाशों की तलाश में जुटे है।
जेल की सुरक्षा को लेकर अब करीब १५ जेल पुलिसकर्मी बाहर तैनात है। वहीं अंदर भी रेंडमली तीन प्रहरी की रात्रि गश्त जारी है। वहीं जेल में लगे तीन सीसीटीवी कैमरे लंबे समय से बंद है। जिससे जेल पुलिस का भ्रष्टाचार पनप रहा था। अभी पांच कैमरे नई योजना के तहत प्रस्तावित थे, लेकिन लगे नहीं थे।
जेल ब्रेक के मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए २४ घंटे के भीतर रविवार रात को जेल बे्रक के मास्टर माइंड सुवाखेड़ा निवासी विनोद डांगी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसने जेल ब्रेक योजना बनाई थी और अपराध को कबूल भी किया है। उसके सहयोगी और फरार बंदी भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। पुछताछ में प्रहरियों की भूमिका संदिग्ध आई दोनों प्रहरी को भी गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
– राकेश कुमार सगर, एसपी नीमच।