लोकायुक्त निरीक्षक श्रीवास्तव ने बताया कि १९ तारीख को वायस रिकॉर्डिंग कर ली गई थी। वहीं २१ तारीख की सुबह दस बजे टीम उज्जैन से शिकायतकर्ता को लेकर रवाना हुई। जिसे केमिकलयुक्त दस हजार रुपए भी सौंप दिए। फोन पर शिकायतकर्ता राजेंद्र ने जिला अभियोजन अधिकारी आरआर चौधरी से बातचीत की। करीब दोपहर डेढ बजे उन्होंने उनके कार्यालय कक्ष में बुलाया और रिश्वत के रुपए लिए। उसके बाद बाहर आकर शिकायतकर्ता का इशारा होने पर टीम कक्ष के भीतर घुस गई। वहीं आरोपी अधिकारी चौधरी के हाथ केमिकल के घोल में डलवाने पर पानी गुलाबी हो गया। वहीं जिला अभियोजन अधिकारी से रिश्वत की दस हजार रुपए की राशि भी जब्त कर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।