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कृषि उपज मंडी से होगा लाल गुलाब गिरोह के तीन आरोपियों को जेल

locationनीमचPublished: Aug 22, 2019 10:36:37 am

Submitted by:

Mahendra Upadhyay

– पुलिस ने कसी कमर, दर्जनभर बनाए आरोपी- व्यापारियों की भूमिका को भी जांच रही पुलिस

कृषि उपज मंडी से होगा लाल गुलाब गिरोह के तीन आरोपियों को जेल

कृषि उपज मंडी से होगा लाल गुलाब गिरोह के तीन आरोपियों को जेल

नीमच। बघना थाना पुलिस ने कृषि उपजमंडी में लाल गुलाब गैंग के खात्मे के लिए उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। किसान की उपज चोरी के मामले में गिरफ्तार तीन हम्माल को बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें ३१ अगस्त तक के लिए न्यायालय ने जेल भेजने के आदेश दिए हैं। अब पुलिस गैंग के अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनकी तलाश् में जुट गई है।
थाना प्रभारी आरसी दांगी ने बताया कि चीताखेड़ा गांव निवासी किसान नारूलाल रेगर ने १३ बोरी सोयाबीन ट्रेक्टर में भरकर बेचने आना बताया था। प्रत्येक बोरी में ९० किलोग्राम सोयाबीन थी। जबकि वह पूर्व में सोयाबीन तुलवाकर ही मंडी में लेकर आया था। नीमच मंडी में हम्मालों ने तुलाई की तो ११ बोरी ८०-८० किलोग्राम और एक बोरी ६९ किलोग्राम निकाली। इस प्रकार दो क्विंटल सोयाबीन चोरी कर ली। हम्माल साबिर पठान व अन्य साथियों के खिलाफ चोरी में शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं इसी प्रकार चीताखेड़ा गांव के किसान गणपत प्रजापत ने शिकायत दी थी कि गांव से ७ क्विंटल २० किलोग्राम सोयाबीन तुलवाकर मंडी में बेचने आया था। यहां पर हम्माल साबिर पठान और उसके साथियों ने तुलवाई की। इस दौरान एक क्विंटल सोयाबीन चोरी कर ली थी। पुलिस ने दोनों मामलों में जांच के बाद आरोपी हम्माल साबिर पिता असलम पठान उम्र ३० वर्ष निवासी स्कीम नंबर ८ बघाना और उसके साथी किशोर भील निवासी रतनगढ़ तथा दीपक रेगर निवासी रतनगढ़ को चोरी में गिरफ्तार किया था। जिन्हें न्यायायालय ने जेल भेज दिया है। उन्होंने मंडी में ही व्यापारी को माल बेच दिया था। क्रमश: १९००, १४०० व ४०० रुपए बरामद कर लिए हैं। वहीं साथी सलमान उर्फ छोटू पिता साबिर उर्फ तोता पठान निवासी बघाना, इस्लाम उर्फ कालू पिता असलम उर्फ छम्मा निवासी बघाना, वसीम उर्फ गमना पिता मोहम्मद मुबारिक निवासी बघाना, सुल्तान पिता रसीद उफ टिंगु मुसलमान निवासी बघाना, टिमन पिता भय्यन निवासी बघाना और फौजिद उर्फ वसीम पिता गफ्फार निवासी बघाना की पुलिस को तलाश है। व्यापारियों का कहना है कि किसान पर्ची पर उन्होंने माल इन हम्मालों से खरीदा था। जिसके चलते व्यापारियों को पुलिस ने आरोपी नहीं बनाया है, लेकिन पुलिस की नजर व्यापारी, मंडी के कर्मचारियों पर भी है। जिनकी मिलीभगत से यह चोरी का खेल चलता है।

यह है चोरी का खेल
हम्मालों की एक टुकड़ी ने किसान का माल चोरी करने के लिए एक गैंग बना रखी है, जिसे लाल गुलाब के नाम दिया गया है। कच्ची आढ़त खत्म होने के बाद हर किसान की उपज के ढेर पर मौजूद रहते हैं। मंडी के कतिपय कर्मचारी की मिलीभगत से यह खेल चलता है। मंडी परिसर में करीब पचास सीसीटीवी कैमरे लगे है, लेकिन मंडी सचिव के चेम्बर में स्क्रीन काफी छोटा है, लगातार नजर रह ही नहीं पाती है। मंडी में चोरी को खेल लंबे समय से बदस्तूर जारी है। हालत यह है कि किसानों की उपज बारिश में भीग रही है और शेड के नीचे व्यापारियों का माल भरा है। जिसे समय पर मंडी प्रशासन द्वारा खाली नहीं कराया जा रहा है। किसान की उपज भीगने के बाद उसके औने-पौने दाम मिलते है।

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