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-योजना शुरू हुए एक सप्ताह बाद भी नहीं आया कोई निजी चिकित्सालय आगे

locationनीमचPublished: Oct 05, 2018 11:44:15 am

Submitted by:

harinath dwivedi

आयुष्मान भारत योजना में बने मात्र 41 गोल्डन कार्ड-225 से अधिक आए ऑफलाईन आवेदन

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-योजना शुरू हुए एक सप्ताह बाद भी नहीं आया कोई निजी चिकित्सालय आगे

नीमच. आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला चिकित्सालय में स्थित कियोस्क सेंटर पर गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए हितग्राहियों की कतार लगना शुरू हो गई है। लेकिन अभी तक कोई निजी चिकित्सालय इस योजना के तहत नहीं जुड़ा है। ऐसे में कैसे निजी चिकित्सालयों में मरीजों को ५ लाख रुपए तक का नि:शुल्क उपचार मिलेगा।
बतादें की २५ सितंबर से प्रारंभ हुई आयुष्मान भारत योजना को शुरू हुए एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन अभी तक एक भी निजी चिकित्सालय इस योजना के तहत सामने नहीं आया है। लेकिन इस योजना का लाभ लेने के लिए हितग्राहियों की कतार लगना कियोस्क सेंटर पर शुरू हो गई है। ऐसे ही हालात गुरुवार को नजर आए। कियोस्क सेंटर पर एक के बाद एक हितग्राही हाथों में विभिन्न प्रकार के दस्तावेज लेकर पहुंच रहे थे। जिन्हें जांच कर जमा किया जा रहा था। ताकि उनका गोल्डन कार्ड बनाया जा सके।
पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला कि करीब 225 से अधिक हितग्राहियों के ऑफलाइन आवेदन गुरुवार दोपहर तक कियोस्क सेंटर पर जमा हो चुके थे। जबकि मात्र 41 हितग्राहियों के ही गोल्डन कार्ड बने थे। वहीं करीब 04 हितग्राहियों के कार्ड पेडिंग व करीब 03 के रिजेक्ट हो चुके थे। गोल्डन कार्ड बनने में अभी भी काफी समय लग रहा है। क्योंकि सिस्टम पर प्रदेशस्तर पर अभी भी काम चल रहा है।
नहीं जारी हुई निजी चिकित्सालयों की सूची
आयुष्मान भारत योजना के तहत निजी चिकित्सालयों को ऑनलाइन आवेदन करने हैं। जिसके बाद उनका भौतिक सत्यापन होने के बाद पात्र चिकित्सालयों की सूची आयुष्मान की वेबसाईट पर ऑनलाइन जारी होना है। जिसमें यह जानकारी आएगी कि कौन कौन से निजी चिकित्सालय कहां कहां पर इस योजना के तहत जुड़ें है। यह सूची राष्ट्रीय स्तर से अभी तक जारी नहीं हुई है।
वर्जन.
आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य कियोस्क सेंटर पर चल रहा है। इस योजना का लाभ प्रदेश के किसी भी निजी चिकित्सालय में मरीज को दिलाया जा सकता है जो चिकित्सालय इस योजना से जुड़े हों। चूकि निजी चिकित्सालय को योजना के तहत जुडऩे के लिए ऑनलाइन आवेदन करने हैं। जिसका फिजिकल वेरिफिकेशन भी होगा। आयुष्मान भारत योजना के चिन्हित निजी अस्पतालों की सूची नेशनल लेवल से अभी तक जारी नहीं हुई है।
-डॉ सरिता सिंधारे, नोडल अधिकारी, आयुष्मान भारत योजना
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