नीमचPublished: Jun 02, 2018 09:03:40 pm
harinath dwivedi
अबतक नहीं हो सकी तेंदुपत्ता संग्राहकों के भुगतान की व्यवस्थातेंदुपत्ता संग्राहकों का अटका २ करोड़ ८० लाख रुपए का भुगतान
१० जून तक तेंदुपत्ता संग्राहकों को भुगतान की उम्मीद
नीमच. यह स्पष्ट हो गया है कि इस साल विभागीय उदासीनता की वजह से तेंदुपत्ता संग्राहकों को उनकी मजदूरी का समय पर भुगतान नहीं हुआ। स्वयं वनमंडलाधिकारी ने स्वीकार कि इस साल विलंब हुआ है। आगामी १० जून से पहले तेंदुपत्ता संग्राहकों का भुगतान करने का प्रयास करेंगे।
८ हजार परिवार की अटकी है राशि
नीमच-मंदसौर जिले के करीब ८ हजार परिवारों ने इस साल तेंदुपत्ता संग्रहण कर वन विभाग को सौंपा था। यूं तो संग्राहकों को प्रति सप्ताह उनकी मजदूरी को भुगतान हो जाता है, लेकिन इस साल विभागीय उदासीनता की वजह से अब तक राशि काभुगतान नहीं हो सका है। अब तक यह माना जा रहा था कि वनकर्मियों की हड़ताल की वजह से ही तेंदुपत्ता संग्राहकों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं हो रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि विभागीय स्तर पर ही यह लापरवाही हुई है। स्वयं डीएफओ ने स्वीकार है अब तक तेंदुपत्ता संग्राहकों को उनकी मजदूरी का भुगतान हो जाना चाहिएथा। बताया जाता है कि इस साल तेंदुपत्ता संग्रहण का कार्यभी १५ मई से प्रारंभ हुआ है। यदि ७ मई से होता तो एक-दो सप्ताह का भुगतान हो चुका होता। यह भी मान लिया जाए कि हड़ताल की वजह से संग्राहकों के भुगतान में कोई विलंब नहीं हो रहा है तो १५ मई से तेंदुपत्ता संग्रहण का कार्य होने पर कम से कम एक सप्ताह का भुगतान को २३ मई तक हो जाना चाहिए था, वो भी नहीं हुआ। इससे विभागीय लापरवाही उजागर हो रही है। जिले के सभी १३६ वनकर्मी और अधिकारी २४ मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस साल नीमच-मंदसौर जिले के करीब ८ हजार तेंदुपत्ता संग्राहकों अब तक उनकी मजदूरी का २ करोड़ ८० लाख रुपए का भुगतान नहीं हुआ है।
महिला वनकर्मीबैठीं भूख हड़ताल पर
इधर वनकर्मी अपनी १९ सूत्रीय मांगों को लेकर २४ मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। पिछले दिनों वनकर्मियों ने मांगे मनवाने के लिए क्रमिक भूख हड़ताल प्रारंभ की है। शनिवार को वन कर्मचारी संघ के बैनर तले छाया हरित, हीरामणि पहाडिय़ा, ललिता यादव, हिमानी चौहान और खुशबू माहेश्वरी क्रमिक भूख हड़ताल पर बैंठी। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष मुकेश बगाड़ा और संघ के सचिव अनिल गोयल ने प्रदर्शन स्थल पर उपस्थित होकर वन कर्मचारी संघ की मांगों का समर्थन किया। पदाधिकारियों ने बताया कि वन कर्मचारियों की मांगे जायज हैं। शासन स्तर पर वनकर्मियों की मांगे स्वीकार की जानी चाहिए। यदि जल्द ही मांगे नहीं मानी तो मजबूरन कर्मचारी संघ को भी आंदोलन में शामिल होना पड़ेगा।
१० से पहले करा देंगे भुगतान
तेंदुपत्ता संग्राहकों के भुगतान का वनकर्मियों की हड़ताल से कोई सरोकार नहीं है। प्रति सप्ताह तेंदुपत्ता संग्राहकों को भुगतान किया जाता है। यह बात सही है कि इस बार भुगतान करने में देरी हुई है। हमारा प्रयास है कि १० जून से पहले सभी तेंदुपत्ता संग्राहकों का भुगतान हो जाए।
– डा.शैलेंद्र गुप्ता, वनमंडलाधिकरी