नीमचPublished: Jul 04, 2018 11:29:56 am
harinath dwivedi
-पहले सात दिन काउंसलिंग और बॉडी लैंग्वेज में सुधार- फिर शुरू होगी स्नातक के विद्यार्थियों की पढ़ाई
अभी करें लक्ष्य निर्धारित तो पढ़ाई पूरी करने तक मिल जाएगी मंजिल
नीमच. यदि आपको अपने उज्जवल भविष्य के सपने को साकार करना है। तो अभी से लक्ष्य निर्धारित करना होगा। ताकि उसी के आधार पर आप पढ़ाई से लेकर अन्य गतिविधियां करते हुए अपने मंजिल को पाने के लिए आगे बढ़े। आपके लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरा महाविद्यालयीन स्टॉफ भी हर संभव मदद करेगा।
यह बात सोमवार को सीताराम जाजू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ एनके डबकरा ने कही, वे स्नातक में नवप्रवेशित छात्राओं को महाविद्यालय की सीढ़ी चढऩे के साथ ही छात्राओं को बेहतर भविष्य निर्माण के लिए मार्गदर्शन दे रहे थे। उन्होंने सभी से परिचय कर सभी की ईच्छाएं जानी, इस अवसर पर किसी छात्रा ने पुलिस, किसी ने प्रशासनिक सेवा, किसी ने ब्यूटीशियन, किसी ने आईएस अफसर तो किसी ने सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने की मंशा जताई।
बतादें की जाजू कॉलेज में स्नातक में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को सत्र शुरूआत के साथ पहले सात दिनों में उन सब बातों से अवगत कराया जा रहा है। जो भविष्य में उनके लिए मुख्य सूत्र का काम करेगी। इन सात दिनों में विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न प्रकार से मागदर्शन दिया जाएगा।
प्राचार्य डबकरा ने बताया कि महाविद्यालय में इस सत्र में करीब ६०० छात्राओं ने पंजीयन कराया है। जिसमें मनासा, कुकड़ेश्वर, जावद सहित अन्य आसापास के क्षेत्र की छात्राएं शामिल है। उन्होंने बताया कि चूकि छात्राएं विद्यालय की पढ़ाई पूरी कर महाविद्यालय की पढ़ाई शुरू करती है। यहीं से उनके भविष्य का निर्माण होता है। इस कारण पहले सात दिनों तक उन्हें वे सब जानकारियां दी जाएंगी, जो जीवन में उनके बहुत काम आएगी। छात्राओं को पहले दिन महाविद्यालय की विभिन्न योजनाओं की जानकारी, छात्रवृत्ति सहित अन्य के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही छात्राओं को बताया गया कि पढ़ाई पूरी करने बाद वे क्या करना चाहती है उसे अभी से निर्धारित करें, ताकि उसी दिशा में उनके कदम आगे बढ़ें और वे सफल हो सकें।
हर दिन अलग अलग विषय का बताया जाएगा महत्व
छात्राओं को सात दिनों में हर दिन अलग अलग विषय पर मार्गदर्शन दिया जाएगा। यानि एक दिन उन्हें बताया जाएगा कि उनकी बॉडी लैंग्वेज किस दौरान कैसी होनी चाहिए। एक दिन उन्हें एनएसएस के कार्य करने के तरीके और उनसे होने वाले फायदे, एक दिन हिंदी और अंग्रेजी भाषा का अपना अपना महत्व, एक दिन प्रतियोगी परिक्षाओं में अव्वल आने के गुर, एक दिन आत्मरक्षा और सुरक्षा के साथ कानूनी जानकारियां, एक दिन मनोविज्ञान विशेष द्वारा मनोविज्ञान के बारे में बताया जाएगा। इस प्रकार हर दिन अलग अलग जानकारियां प्रदान की जाएगी। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण उन्हें उनका लक्ष्य निर्धारित करने में अभी से मदद की जाएगी, ताकि वे अपने भविष्य को संवार सके। सोमवार को महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. प्रतिभा कालानी, डॉ. बीना चौधरी, डॉ. एमएस सलूजा, प्रो. साधना सेवक आदि ने भी छात्राओं को महाविद्यालय में वर्ष भर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी।
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