कॉल लोकेटर का उपयोग शुरू
पुलिस विभाग ने डायल-100 की सेवाओं को और हाईटैक किया है। प्रयोग के तौर पर डायल-100 में कॉल लोकेटर का उपयोग शुरू किया गया है। इसका मकसद इस वाहन को कम से कम समय में मदद मांगने वाले तक पहुंचाना है। साथ ही कंट्रोल रूम को यह जानकारी भी रहेगी कि मदद के लिए किस स्थल से कॉल आया। हालांकि इसे अभी प्रयोग के तौर पर आजमाया जा रहा हैए। सफलता पर सभी वाहन लोकेटर से लैस होंगे तथा इसके बाद कॉलर का नामए पता व घटनास्थल लोकेट होंगे। नई सुविधा से लैस होने के बाद डायल-100 का कॉल आने पर कंट्रोल रूम इसे तत्काल लोकेट करेगा और घटनास्थल के नजदीकी वाहन को सूचना दी जाएगी।
अभी यह है सिस्टम
डायल-100 भोपाल के कंट्रोल रूम से कनेक्ट होता है। कई बार कॉलर सही लोकेशन नहीं बता पाता। इससे वाहन समय पर नहीं पहुंचते है। अब लोकेटर कॉलर का सही लोकेशन बता देगा कि वह किस स्थल पर है।
हाईवे व अंचल में सर्वाधिक दिक्कत
डायल-100 को फिलहाल हाईवे और आवाजाही वाले अन्य आंचलिक स्थलों पर परेशानी आती है, क्योंकि हाईवे से कॉल करने वाले सही लोकेशन नहीं बता पाते। वहीं, अंचल से भी रास्ते में दुर्घटना होने पर चौराहा या तिराहा का ही लोकेशन दर्शाते है। इससे कॉल करने वाले का या दुर्घटनास्थल का वास्तविक लोकेशन पता नहीं चलता।
विस्तारित हो रही सुविधा
डायल-100 में लगातार सुविधाओं को विस्तारित किया जा रहा है। भोपाल कंट्रोल रूम पर अनेक प्रकार की हाईटैक सुविधाएं अपनाई जा रही है, इससे कॉलर के साथ ही वाहन के पहुंचने में आसानी पर कार्य हो रहा है।
– मनीष गेहलोत, प्रभारी डायल 100 नीमच।