नपा के पूर्व उपाध्यक्ष पर लगे हैं आरोप
नगरपालिका परिषद के तत्कालीन उपाध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता रहे गुरमीत सिंह वधवा पर योजना क्रमांक 18 के भूखंड क्रमांक 14 में फर्जीवाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में कांग्रेस पार्षद महेंद्र मोनू लोक्स ने कलेक्टर अजयसिंह गंगवार से शिकायत की थी। लोक्स ने बताया कि आरामशीन के लिए भूखंड आवंटित किए गए थे। इन भूखंडों को मिलीभगत कर किस तरह से हथियाए गए थे इसकी अब एक एक कर परत खुलती जा रही है। मैंने इस योजना के भूखंड क्रमांक 14 की शिकायत कलेक्टर से की थी। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। जांच अधिकारी परियोजना अधिकारी (डूडा) एस कुमार को बनाया गया।
तत्कालीन नपा उपाध्यक्ष ने किया लीज शर्तों का उल्लंघन
मैंने कलेक्टर को बताया कि स्पेटा पेट्रोल पंप के पास योजना क्रमांक 18 के भूखंड क्रमांक 14 को २3 मार्च 1981 को आशारानी पांडेय को लीज पर आरामशीन लगाने के लिए दी थी। आशारानी पांडेय के नाम से मूल पट्टा है, लेकिन यह फाइल ही नगरपालिका में अब उपलब्ध नहीं है। लीज शर्तों का उल्लंघन करने पर 17 दिसंबर 1981 को लीज निरस्त कर दी थी। यह भूखंड आरामशीन लगाने के लिए दिया था। इस भूखंड 19 अप्रैल 1995 को नपा के तत्कालीन उपाध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता गुरमीत पिता मुंशीलाल वधवा ने अपने प्रभाव का उपयोग कर अपने नाम से मुख्तिरनाम करवा लिया था। गुरमीत वधवा ने रसूख के दम पर 1 फरवरी 1996 को उसके छोटे भाई सुरेंद्रपालसिंह के नाम से लीज जमा करवा दी। केवल सहमति पत्र के आधार पर रिकॉर्ड में हेराफेरी कर अपने छोटे भाई का नाम रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा दिया था। नामांतरण प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। यह लीज 24 मई 2008 में समाप्त हो गई थी। गलत तरीके से भूमि का प्रयोजन किया गया है। अवैध तरीके से तत्कालीन सीएमओ संजेश गुप्ता द्वारा 26 फरवरी 2019 को लीज जमा करवाकर अवैध तरीके से पट्टा करवा दिया। इसकी मैंने कलेक्टर से शिकायत की तो कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं।
कलेक्टर ने दिए हैं जांच के आदेश
कलेक्टर के आदेश पर मैंने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को योजना क्रमांक 18 के भूखंड क्रमांक 14 के मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। जैसे ही जांच रिपोर्ट आती है इससे कलेक्टर को अवगत कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– एस कुमार, परियोजना अधिकारी
नगरपालिका परिषद के तत्कालीन उपाध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता रहे गुरमीत सिंह वधवा पर योजना क्रमांक 18 के भूखंड क्रमांक 14 में फर्जीवाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में कांग्रेस पार्षद महेंद्र मोनू लोक्स ने कलेक्टर अजयसिंह गंगवार से शिकायत की थी। लोक्स ने बताया कि आरामशीन के लिए भूखंड आवंटित किए गए थे। इन भूखंडों को मिलीभगत कर किस तरह से हथियाए गए थे इसकी अब एक एक कर परत खुलती जा रही है। मैंने इस योजना के भूखंड क्रमांक 14 की शिकायत कलेक्टर से की थी। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। जांच अधिकारी परियोजना अधिकारी (डूडा) एस कुमार को बनाया गया।
तत्कालीन नपा उपाध्यक्ष ने किया लीज शर्तों का उल्लंघन
मैंने कलेक्टर को बताया कि स्पेटा पेट्रोल पंप के पास योजना क्रमांक 18 के भूखंड क्रमांक 14 को २3 मार्च 1981 को आशारानी पांडेय को लीज पर आरामशीन लगाने के लिए दी थी। आशारानी पांडेय के नाम से मूल पट्टा है, लेकिन यह फाइल ही नगरपालिका में अब उपलब्ध नहीं है। लीज शर्तों का उल्लंघन करने पर 17 दिसंबर 1981 को लीज निरस्त कर दी थी। यह भूखंड आरामशीन लगाने के लिए दिया था। इस भूखंड 19 अप्रैल 1995 को नपा के तत्कालीन उपाध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता गुरमीत पिता मुंशीलाल वधवा ने अपने प्रभाव का उपयोग कर अपने नाम से मुख्तिरनाम करवा लिया था। गुरमीत वधवा ने रसूख के दम पर 1 फरवरी 1996 को उसके छोटे भाई सुरेंद्रपालसिंह के नाम से लीज जमा करवा दी। केवल सहमति पत्र के आधार पर रिकॉर्ड में हेराफेरी कर अपने छोटे भाई का नाम रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा दिया था। नामांतरण प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। यह लीज 24 मई 2008 में समाप्त हो गई थी। गलत तरीके से भूमि का प्रयोजन किया गया है। अवैध तरीके से तत्कालीन सीएमओ संजेश गुप्ता द्वारा 26 फरवरी 2019 को लीज जमा करवाकर अवैध तरीके से पट्टा करवा दिया। इसकी मैंने कलेक्टर से शिकायत की तो कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं।
कलेक्टर ने दिए हैं जांच के आदेश
कलेक्टर के आदेश पर मैंने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को योजना क्रमांक 18 के भूखंड क्रमांक 14 के मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। जैसे ही जांच रिपोर्ट आती है इससे कलेक्टर को अवगत कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– एस कुमार, परियोजना अधिकारी