लाखों के भूखंड अवैधानिक रूप से किए आवंटित
जवाहर नगर विस्तार में भूखंड क्रमांक 164 और 165 को कर्मचारी चांदना ने अवैधानिक रूप से बेच दिया था। नगरपालिका सम्पत्ति को अवैधानिक रूप से बेचने की शिकायत मय प्रमाण के नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन से की थी। जानकारी मिलने के बाद 15 सिंतंबर 2016 को नपाध्यक्ष ने तत्कालीन सीएमओ को पत्र लिखाकर मामले से अवगत कराया था। साथ ही कर्मचारी पर दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे। कार्यालय द्वारा चांदना को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था। कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने के बाद भी कर्मचारी पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। 24 अगस्त 19 को नपाध्यक्ष ने सीएमओ रियाजुद्दीन कुरैशी को लिखे पत्र में स्पष्ट रूप से जिक्र किया है कि शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों से प्रथम दृष्टया स्पष्ट होता है कि भूखंडों का आवंटन व पंजीयन अवैध रूप से किया गया है। इसके बाद भी सीएमओ द्वारा प्रभारी कार्रवाई नहीं की गई।
पत्र में झलकी नपाध्यक्ष की लाचारी
जिस प्रकार से नपाध्यक्ष ने सीएमओ को कर्मचारी दिनेश चांदना के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर पत्र लिखा है इससे उनकी लाचारी स्पष्ट रूप से झलकती है। पत्र के माध्यम से नपाध्यक्ष ने सीएमओ कुरैशी को निर्देशित किया है कि जवाहर नगर विस्तार के अवैध आवंटन व पंजीयन के विरुद्ध तत्काली प्रभावी कार्रवाई की जाकर चांदना को निलंबित कर विभागीय जांच संस्थित करें। साथ ही उक्त भूखंडों का आवंटन निरस्त कर आधिपत्य प्राप्त किया जाए। दोनों भूखंडों का निविदा/ऑफर के माध्यम से आवंटन किया जाए। सीएमओ कुरैशी ने नपाध्यक्ष के पत्र को आरओ को जांच के लिए सौंपकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। यहां चौकाने वाली बात यह कि वर्ष 2016 में प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। तब भी भाजपा के नपाध्यक्ष जैन के पत्र को तत्कालीन सीएमओ ने गंभीरता से नहीं लिया था। ऐसे में जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। कैसे उम्मीद की जा सकती है कि नपा के एक भ्रष्ट कर्मचारी पर सीएमओ कार्रवाई करेंगे।
आरओ को लिखा है जांच के लिए
नगरपालिका अध्यक्ष राकेश पप्पू जैन ने कर्मचारी दिनेश चांदना को निलंबित करने और विभागीय जांच बैठाने के लिए पत्र लिखा है। इसकी जांच के लिए आरओ को लिखा है।
– रियाजुद्दीन कुरैशी, सीएमओ
सीएमओ नहीं कर रहे आदेश का पालन
मैंने तत्कालीन सीएमओ सविता प्रधान और पिछले महीने 24 अगस्त 19 को सीएमओ रियाजुद्दीन कुरैशी को पत्र लिखकर नपा कर्मचारी दिनेश चांदना को निलंबित करने के लिए कहा था। विभागीय जांच कराने के लिए भी लिखा था लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
– राकेश पप्पू जैन, नपाध्यक्ष
जवाहर नगर विस्तार में भूखंड क्रमांक 164 और 165 को कर्मचारी चांदना ने अवैधानिक रूप से बेच दिया था। नगरपालिका सम्पत्ति को अवैधानिक रूप से बेचने की शिकायत मय प्रमाण के नपाध्यक्ष राकेश पप्पू जैन से की थी। जानकारी मिलने के बाद 15 सिंतंबर 2016 को नपाध्यक्ष ने तत्कालीन सीएमओ को पत्र लिखाकर मामले से अवगत कराया था। साथ ही कर्मचारी पर दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे। कार्यालय द्वारा चांदना को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था। कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं देने के बाद भी कर्मचारी पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। 24 अगस्त 19 को नपाध्यक्ष ने सीएमओ रियाजुद्दीन कुरैशी को लिखे पत्र में स्पष्ट रूप से जिक्र किया है कि शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों से प्रथम दृष्टया स्पष्ट होता है कि भूखंडों का आवंटन व पंजीयन अवैध रूप से किया गया है। इसके बाद भी सीएमओ द्वारा प्रभारी कार्रवाई नहीं की गई।
पत्र में झलकी नपाध्यक्ष की लाचारी
जिस प्रकार से नपाध्यक्ष ने सीएमओ को कर्मचारी दिनेश चांदना के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर पत्र लिखा है इससे उनकी लाचारी स्पष्ट रूप से झलकती है। पत्र के माध्यम से नपाध्यक्ष ने सीएमओ कुरैशी को निर्देशित किया है कि जवाहर नगर विस्तार के अवैध आवंटन व पंजीयन के विरुद्ध तत्काली प्रभावी कार्रवाई की जाकर चांदना को निलंबित कर विभागीय जांच संस्थित करें। साथ ही उक्त भूखंडों का आवंटन निरस्त कर आधिपत्य प्राप्त किया जाए। दोनों भूखंडों का निविदा/ऑफर के माध्यम से आवंटन किया जाए। सीएमओ कुरैशी ने नपाध्यक्ष के पत्र को आरओ को जांच के लिए सौंपकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। यहां चौकाने वाली बात यह कि वर्ष 2016 में प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। तब भी भाजपा के नपाध्यक्ष जैन के पत्र को तत्कालीन सीएमओ ने गंभीरता से नहीं लिया था। ऐसे में जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। कैसे उम्मीद की जा सकती है कि नपा के एक भ्रष्ट कर्मचारी पर सीएमओ कार्रवाई करेंगे।
आरओ को लिखा है जांच के लिए
नगरपालिका अध्यक्ष राकेश पप्पू जैन ने कर्मचारी दिनेश चांदना को निलंबित करने और विभागीय जांच बैठाने के लिए पत्र लिखा है। इसकी जांच के लिए आरओ को लिखा है।
– रियाजुद्दीन कुरैशी, सीएमओ
सीएमओ नहीं कर रहे आदेश का पालन
मैंने तत्कालीन सीएमओ सविता प्रधान और पिछले महीने 24 अगस्त 19 को सीएमओ रियाजुद्दीन कुरैशी को पत्र लिखकर नपा कर्मचारी दिनेश चांदना को निलंबित करने के लिए कहा था। विभागीय जांच कराने के लिए भी लिखा था लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
– राकेश पप्पू जैन, नपाध्यक्ष