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मुखिया ने नारकोटिक्स टीम को धोखे रखकर करा दी नपती, एएनसी को सौंपी जांच

locationनीमचPublished: Mar 04, 2021 01:50:10 pm

Submitted by:

Virendra Rathod

मुखिया ने नारकोटिक्स टीम को धोखे रखकर करा दी नपती, एएनसी को सौंपी जांच

मुखिया ने नारकोटिक्स टीम को धोखे रखकर करा दी नपती, एएनसी को सौंपी जांच

मुखिया ने नारकोटिक्स टीम को धोखे रखकर करा दी नपती, एएनसी को सौंपी जांच

नीमच। केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग की कार्रवाई में किस कदर भांग घुली है कि वह किसी भी जांच को पूरा नहीं कर पा रहें हैं। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों की अनदेखी माने या मिलीभगत का नतीजा है कि ग्रामीण क्षेत्र में भारी मात्रा में अवैध रूप से कुछ दिन पूर्व अफीम की खेती पाई गई थी। मुखबिर की सटिक सूचना के बाद भी कुकडेश्वर व रामपुरा क्षेत्र के दस से अधिक खेत में दबिश के बाद नारकोटिक्स पुलिस एक भी अवैध खेती करने वाले तस्कर काश्तकार का पता नहीं लगा पाई है। वहीं दूसरी और गत मंगलवार को फिर से मुखबिर ने सटिक अवैध रूप से अफीम काश्तकारी की जा रही है। जिसके बाद केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। उसके बाद काश्तकार टीम साथ बैठाकर भी ले गई। लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। अब जांच चल रही है, जबकि कल तक इस कार्रवाई में कोई अधिकारी बताने को तैयार नहीं था।

मुखिया ने नारकोटिक्स टीम को धोखे रखकर करा दी नपती, एएनसी को सौंपी जांच

प्राप्त जानकारी के अनुसार मुखबिर ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो नई दिल्ली से एक शिकायत की थी कि कि ग्राम पंचायत रेवली देवली का पूर्व सरपंच लक्ष्मीनारायण नागदा जो वर्तमान में अफीम काश्तकार भी है और लंबरदार अर्थात मुखिया भी है। यह बताया गया है कि आरोपी द्वारा ग्राम रेवली देवली में लाइसेंस पर अफीम की खेती की जा रही है। जबकि इसी व्यक्ति द्वारा रेवली देवली के पास ही ग्राम निपानिया विरान में कंवरलाल नागदा नाम के व्यक्ति के खेत में भी अफीम की खेती की जा रही है। शिकायत में बताया गया है कि निपानिया विरान में केवल एक ही व्यक्ति छतर सिंह के पास अफीम की खेती का लाइसेंस है जबकि वहां पर दो खेतों में अफीम की फसल खड़ी है। इस सूचना पर नारकोटिक्स की टीम खेतों में दबिश देने पहुंची। मौके पर वाहन क्रमांक एमपी 44 सीए 0416 एवं वाहन क्रमांक एमपी 44 सीए 3228 से नारकोटिक्स अधिकारियों की टीम पहुंची। मौके पर जांच के बाद कंवरलाल नागदा को टीम साथ लेकर नीमच आ गई। जिसके बाद देर शाम को उसे छोड़ दिया गया। कल तक कोई अधिकारी बताने को तैयार नहीं था, अब जांच चलने की बात कह रहें है।

मुखिया कर रहा टीम को गुमराह
रेवली देवली के मुखिया लक्ष्मीनारायण टीम को गुमराह कर रहे है। पत्रिका से बातचीत के दौरान मंंगलवार को वह स्वयं को बाहर होना बता रहे थे। जबकि टीम के साथ उनका फोटो पत्रिका ने कैद किया है। रेवली देवली निवाीस दिनेश पिता कंवरलाल नागदा का अफीम लाइसेंस रेवली देवली में जारी हुआ है। इस प्रकार कोई भी दूसरे गांव में काश्तकारी नहीं कर सकता है, यह अवैधानिक है। लेकिन उसके बावजूद दिनेश नागदा ने निपानिया में अफीम की खेती की। इस सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और जांच की पांच आरी की खेती बराबर पाई गई, लेकिन स्थान अलग था। जिसके चलते खेत मालिक कंवरलाल नागदा को टीम साथ लेकर गई और पूछताछ शुरू की। गांव के कुछ लोगों का कहना है कि मामले को दबाने के लिए लंबा लेनदेन हुआ है। जिसके चलते अधिकारी खामोश है। नपानिया गांव के मुखिया केसर सिंह के पुत्र छतर सिंह का कहना है कि गांव सिर्फ उनका ही लाइसेंस जारी है। उसके बाद अगर कोई काश्तकारी करता है तो वह अवैध है।

नारकोटिक्स सुपीडेंट आदित्यरंजन से सीधी बात
पत्रिका- सर, निपानिया गांव में दबिश देकर जांच की थी, उसमे क्या निकला है।
सुपीडेंट आदित्यरंजन- विभाग को शिकायत दी गई थी कि निपानिया में अवैध अफीम की खेती हुई है। इस पर टीम वहां पहुंची थी और जांच शुरू की थी। उसके पास लाइसेंस है।
पत्रिका- सर, लाइसेंस कौन से गांव का है और कहां काश्तकारी कर रहा है।
सुपीडेंट आदित्यरंजन – उसके पास रेवली देवली का लाइसेंस है, इसी साल पट्टा जारी हुआ है और काश्तकारी उसने निपानिया में कर रखी थी। जिसके लिए कल्टीवेटर अधिकारी को रिपोर्ट बनाकर सौंपी जा रही है। आगे की जांच वह करेंगे, वह सही है या गलत ।

इनका यह कहना है
नपानिया गांव में जांच के दौरान काश्तकार के पास लाइसेंस मिला है, उसका रेवली देवली का पट्टा जारी है, उसने किस आधार पर खेती वहां की है, इसकी जांच चल रही है, मामले में जांच एएनसी रजवानिया को सौंपी है। किसान के दोषी और त्रुटि होने पर लाइसेंस रद्द की कार्रवाई की जाएगी।
– प्रमोद सिंह, डीएनसी केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों नीमच।

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