चप्पल बेलन दिखाकर निकाला विधायक पर रोष
नीमचPublished: Oct 04, 2018 11:51:21 pm
चप्पल बेलन दिखाकर निकाला विधायक पर रोष
चप्पल बेलन दिखाकर निकाला विधायक पर रोष
नीमच. अब विधानसभा चुनाव हो या कोई अन्य चुनाव ग्राम पंचायत धनेरियाकला के अंतर्गत आने वाली ६ कॉलोनी के करीब 2500 हजार मतदाता तब तक मतदान का बहिष्कार करेंगे जबतक कॉलोनियों को वैध नहीं कर दिया जाता। इतना ही नहीं इस कॉलोनियों में किसी नेता को वोट मांगने के लिए घुसने भी नहीं दिया जाएगा।
चप्पल, बेलन और धोने के साथ किया प्रदर्शन
ग्राम पंचायत धनेरियाकलां के अंतर्गत आने वाली ६ कॉलोनियों राम अवतार कॉलोनी, रिटायर्ड कॉलोनी, गायत्री नगर, गुमास्ता कॉलोनी, जायसवाल कॉलोनी और गोपी कॉलोनी के रहवासी गुरुवार शाम करीब ५ बजे रिटायर्ड कॉलोनी चौराहे पर एकत्रित हुए। इनमें करीब १५० से २०० महिलाएं शामिल थीं। पुरूषों की संख्या करीब ५० से ६० के करीब होगी। महिलाएं जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ नारे लगा रहीं थी। महिलाओं ने हाथों में चप्पल, बेलन और धोना ले रखा था। महिलाओं के निशाने पर दो बार विधायक रहे दिलीपसिंह परिहार थे। महिलाओं का कहना था हमारी कॉलोनी बसे २५ से ३० साल हो गए हैं, लेकिन आज तक विधायक ने यहां झाकना तक मुनासिब नहीं सकझा। महिलाओं ने विधायक परिहार के खिलाफ हाय हाय के नारे लगाए। भाजपा और कांग्रेस मुर्दाबाद के भी नारे लगाए। ‘वैध नहीं तो वोट नहींÓ के गगनभेदी नारे भी महिलाएं लगा रहीं थी।
अग्नि को साक्षी मान ली मतदान बहिष्कार की शपथ
गुरुवार को महिलाओं ने सामूहिक रूप से अग्नि को साक्षी मानकर किसी भी चुनाव में तब तक मतदान नहीं करने की शपथ ली जब तक कॉलोनी वैध नहीं कर दी जाती। महिलाओं को शपथ से पहले इस बात से भी वाकिफ करवा दिया गया था कि पवित्र अग्नि की शपथ लेने के बाद इससे पलट नहीं सकते। साथ ही यह भी कहा गया था कि जो महिलाएं शपथ नहीं लेना चाहें नहीं ले, लेकिन एक बार शपथ ले ली तो इससे पलटना नहीं है। इसके बाद चौराहे पर ही महिलाओं ने आग जलाकर सामूहिक रूप से मतदान नहीं करने की शपथ ली। इस दौरान उपस्थित रजनीदेवी, लक्ष्मी गुप्ता, विद्याबाई अहीर, प्रेमलता कुंवर, पुष्पा गांधी, जयकुमार अहीर, दयाराम अहीर, मुकेश राव, हेमंत गुप्ता, घनश्याम बैरागी, रमेश बोरासी आदि ने यह भी निर्णय लिया अब किसी भी चुनाव में इन ६ कॉलोनियों में नेताओं को वोट मांगने के लिए घुसने भी नहीं दिया जाएगा। यहां तक प्रशासनिक अधिकारियों को भी कॉलोनी में मतदान के लिए लोगों को मानने के लिए प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। आक्रोशित महिलाओं ने खुली चेतावनी देते हुए कहा कि नेता और प्रशासनिक अधिकारी अपनी भलाई चाहते हों तो कम से कम मतदान के विषय पर कॉलोनियों में प्रवेश न करें।