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भाई के मस्तक पर तिलक लगाकर बहनों की लंबी आयु की कामना

locationनीमचPublished: Nov 09, 2018 10:50:48 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

भाई के मस्तक पर तिलक लगाकर बहनों की लंबी आयु की कामना

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भाई के मस्तक पर तिलक लगाकर बहनों की लंबी आयु की कामना

नीमच. शहर सहित अचंलों में शुक्रवार को भाई दूज धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर बहनों ने अपने भाई के मस्तक पर तिलक निकालकर उनके उज्जवल भविष्य व लंबी आयु की कामना की, वहीं भाईयों ने बहनों को उपहार प्रदान करते हुए उनकी हमेशा रक्षा करने का वचन दिया। भाई बहनों के स्नेह का यह त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। इस दिन बहनों ने अपने भाई के घर पहुंचकर उन्हें टीका लगाया।
बतादें की भाई बहनों के स्नेह का त्यौहार साल में दो बार मनाया जाता है। जिसमें पहला त्यौहार रक्षाबंधन पर मनाया जाता है। जिसमें भाई अपनी बहन की रक्षा करने की प्रतिज्ञा करता है। वहीं दूसरा त्यौहार दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है। जिसमें बहनें भाई की लंबी आयु की कामना करती है। यह त्यौहार कार्तिक मास की द्धितीय तिथि को मनाया जाता है। जो शुक्रवार को शहर सहित अंचलों में धूमधाम से मनाया गया।
भाई-बहन के विरह को दूर कर प्रेम बढ़ाता है भाई-दूज पर्व

नीमच. भाई-बहन के विरह को दूर कर प्रेम बढ़ाता है भाईदूज पर्व । जीवन में संयम आत्मसात किए बिना पर्व मनाना सार्थक नहीं होता है। हम पापवृति से बचे पुण्य वृति से जुडे। तभी आत्मा का कल्याण होगा । हम संसार में किसी का बुरा नहीं करे । हमेशा असत्य का साथ नहीं देवें। सदैव सत्य की राह पर ही चलना चाहिए, तभी जीवन का कल्याण होगा । असत्य का साथ देने के परिणाम स्वरूप संकट आता है।
यह बात साध्वी गुणरंजना श्रीजी मसा ने कही । वे शुक्रवार सुबह विकास नगर स्थित महावीर जिनालय आराधना भवन में आयोजित धर्मसभा में बोल रही थी । साध्वी मसा ने कहा कि भाईदूज का पर्व आत्मा का पर्व है हम भी वासना तृष्णा में नहीं रहे । भाईदूज पर बहने शोक से हटाकर जीवन में जीनवाणी को सदैव आत्मसात करने का संकल्प दिलाती है । मृत्यु कार्यक्रम पर विकृति समाज में आई है माता-पिता रिश्तेदार की मृत्यु पर 12 दिन तक शोक पाले और पूजा नहीं करते है प्रभु को भोजन नहीं चढ़ाते है । मृत्यु पर तीसरे दिन शोक खत्म करने की परम्परा सही नहीं है। ऋषिमुनियों ने 12 दिन की परम्परा सामाजिक परिवेष को ध्यान में रखकर बनाई ।
साध्वी गुणरंजना के सानिध्य में निर्वाण का लाडू चढ़ाया
श्रीजैन श्वेताम्बर महावीर जिनालय ट्रस्ट विकास नगर द्वारा साध्वी गुणरंजना श्रीजी मसा. के सानिध्य में 8 नवम्बर सुबह 8 बजे निर्वाण के लाडू चढ़ा कर भोग लगाया । नवकारसी के लाभार्थी सम्पत कुमार हर्षकुमार, राजेश, दिनेश, दिलीप, अरूण, तरूण, पंकज, संदीप, पवन, कमल, भव्य, कनिष्क, धेर्य, ध्रुव, चित्रांश, दक्ष कोठारी परिवार भीलवाड़ा रहे ।
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