136 से 70 पर आया था शहर, फिर नंबर वन के लिए शुरू दौड़
नीमचPublished: Dec 16, 2018 12:36:51 pm
136 से 70 पर आया था शहर, फिर नंबर वन के लिए शुरू दौड़
136 से 70 पर आया था शहर, फिर नंबर वन के लिए शुरू दौड़
नीमच. स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में शहर को नंबर वन बनाने के लिए नगरपालिका ने सारी ताकात झोंक दी है। जिसके चलते इस बार उन सभी पाईंटों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिनकी वजह से पिछले सालों में शहर नंबर वन की दौड़ में काफी पीछे रह गया था। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण ४ जनवरी के बाद कभी भी हो सकता है। जिसमें जमीनी स्तर से लेकर कागजी, फीडबैक और स्टार रेटिंग के आधार पर ग्रेडिंग की जाएगी।
बतादें की स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के तहत नंबर वन आने पर शहर को स्मार्ट सिटी की तरह विभिन्न प्रकार की सौगातें मिलेगी। इसी के चलते पिछले साल नीमच से उज्जैन की बसें स्टार्ट हुई है। वहीं करीब 50 लाख रुपए की सौगात स्वच्छता के लिए नगरपालिका को मिली है। शहर का विकास हो इसलिए इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू हो गया है। ताकि इस बार भले ही नंबर वन नहीं भी आए तो कम से कम इतने नंबर तो आए ही जाए, जिससे शहर में विकास की गंगा बहने लगे।
2017 में 136 और 2018 में 70 वें स्थान पर था नीमच
स्वच्छता सर्वेक्षण 2017 में नीमच 136 वें स्थान पर रहा था, वहीं वर्ष 2018 में ऊपर चढ़ता हुआ 70 वें स्थान पर पहुंच गया। जिससे साफ पता चल रहा है कि साल दर साल स्वच्छता में सुधार आ रहा है। इस मान से इस बार की स्थिति ओर भी बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है।
जहां रहे थे कमजोर, उन पाईंटों पर अधिक ध्यान
पिछले दो बार के स्वच्छता सर्वेक्षण की रिपोर्ट में कहां पीछे रह गए थे, इस बार उन पाईंटों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ताकि इस बार नंबर वन के आंकड़ें को हासिल कर सकें।
इनमें रहे थे पीछे
-दस्तावेजों में रही थी कमी।
-गीले ओर सूखे कचरे को 100 प्रतिशत अलग नहीं कर पाए।
-कचरे से खाद बनाने में पीछे रहे।
-जमीनी स्तर पर सफाई का अभाव रहा।
-फीडबैक भी रहा कमजोर।
सफाईकर्मी और कूड़ा गाडिय़ां बढ़ाई
वर्ष 2018 में स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद 2019 में अव्वल आने के लिए नगरपालिका द्वारा जहां शहर में जगह जगह जागरूकता के फ्लेक्स लगाए जा रहे हैं। वहीं कूड़ा गाडिय़ां ओर सफाई कर्मियों की संख्या में भी बढ़ोतरी नजर आ रही है। इस बार करीब २६ कूड़ा वाहन घर घर जाकर कचरा एकत्रित कर रहे हैं। वहीं 447 सफाईकर्मियों द्वारा शहर को साफ सुथरा और स्वच्छ बनाने के लिए कदम बढ़ा लिए हैं।
जनवरी माह में तैयार हो जाएगा स्वच्छता सर्वेक्षण एप
शहरवासियों से उनकी शिकायतें, उनके सुझाव और फीडबैक प्राप्त करने के लिए स्वच्छता एप 2019 तैयार किया जा रहा है। संभवता वह जनवरी माह में तैयार हो जाएगा। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण 4 जनवरी से 31 जनवरी के बीच कभी भी हो सकता है। लेकिन इससे पूर्व प्री सर्वे भी होगा।
समय कम है काम ज्यादा, अभी भी नजर आती है गंदगी
शहर में अभी भी गदंगी जगह जगह नजर आती है। नालों में जलकुंभी के साथ ही गंदगी भी पसरी हुई है। वहीं स्लम बस्तियों, झुग्गी झोपडिय़ों, बड़े नालों में स्वच्छता का अभाव नजर आता है। ऐसे में स्वच्छता सर्वेक्षण में समय काफी कम बचा है। लेकिन काम बहुत अधिक है। ऐसे में इस बार स्वच्छता की कसौटी पर खरा उतरना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
वर्जन.
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में अव्वल आने के लिए सभी स्तर पर काम चल रहे हैं। इस बार उन सभी पाईंटों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिनमें पिछले सालों में कमी रही थी। संभवता इस बार 4 जनवरी से 31 जनवरी के बीच सर्वेक्षण होगा।
-विश्वासचंद्र शर्मा, हेल्थ ऑफिसर, नीमच