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यहां पढ़ें, सप्ताह के अंत में क्या गुल खिलाया प्याज ने

locationनीमचPublished: Dec 16, 2018 12:52:44 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

यहां पढ़ें, सप्ताह के अंत में क्या गुल खिलाया प्याज ने

patrika

अन्नदाता बहा रहा आंसू, व्यापारी खा रहे मलाई

नीमच. खेती की आय दोगुना करने के उद्देश्य से किसान ने लाख जतन कर पैदावार तो बढ़ा दी है। लेकिन उसके मान से दाम नहीं मिल रहे हैं। जिस प्याज को उगाने में हजारो रुपए खर्च के साथ दिन रात मेहनत करनी पड़ती है उसे बेचने पर किसान को मजदूरी भी नहीं मिल रही है। ऐसेे में मजबूरी में या तो प्याज का ढेर मंडी में छोड़कर जाना पड़ रहा है या फिर पशुओं को खिलाने को मजबूर हो रहे हैं। इसलिए सरकार को प्याज का निर्यात भी करना चाहिए, ताकि प्याज की डिमांड बढ़े।
यह बात शनिवार को प्याज मंडी में किसानों ने कही। जो प्याज इस सप्ताह की शुरूआत में ऊपर में 9 से 10 रुपए किलो बिक रहा था। वही प्याज सप्ताह के अंत में सीधे तीन रुपए नीचे गिर गया, लगातार गिरते दामों के कारण प्याज की आवक भी आधी रह गई है। आश्चर्य की बात तो यह है कि अब डिमांड कम होने के कारण प्याज के लेनदार भी पीछे हट रहे हैं। ऐसे में अन्नदाता मायूस होकर प्याज पशुओं को खिलाने पर मजबूर हो रहे हैं।
10 रुपए से 7 रुपए रह गए दाम
बतादें की इस माह की शुरूआत में प्याज की आवक भी जोरदार थी, वहीं अच्छे प्याज के दाम भी ऊपर में 9 से 10 रुपए किलो थे। ऐसे में किसान भी लगातार प्याज लाने में भी रूचि रख रहे थे। क्योंकि छोटे छर्रे प्याज के दाम ही कम मिल रहे थे। शेष प्याज के दाम 3 से लेकर 9 से 10 रुपए किलो मिल रहे थे। लेकिन इस सप्ताह के अंत शनिवार को प्याज के दाम में काफी गिरावट नजर आई। शनिवार को प्याज मात्र 1 रुपए से लेकर साढ़े 6 से 7 रुपए किलो बिका था। जिससे साफ पता चल रहा है कि प्याज के दाम में सीधे 3 रुपए किलो तक की गिरावट आई है। जिससे किसान मायूस नजर आए हैं।
5 हजार से 3 हजार रह गई आवक
जिस प्याज की आवक शुरूआत में चार से पांच हजार कट्टे हो रही थी। वही प्याज शनिवार को मात्र 3 हजार कट्टे आया। जिसमें अधिकतर प्याज 4 से 5 रुपए किलो बिका। प्याज नीमच से पंजाब, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों और जिलों में जा रहा है। बताया जाता है कि अभी बाहर भी प्याज की डिमांड आधी रह चुकी है। इसलिए प्याज के दाम में भी उठाव की गुंजाईश नहीं नजर आ रही है। जानकारों की माने तो अगले सप्ताह की शुरूआत में भी प्याज के दाम उठने की संभावना नहीं है।
सरकार की सही नीति नहीं होने के कारण दिक्कत आ रही है प्याज का निर्यात किया जाना चाहिए। ताकि प्याज की डिमांड बढ़े, आश्चर्य की बात है जिस प्याज के दाम दस साल पहले भी एक दो रुपए किलो नहीं थे। वह प्याज के दाम अब देखने को मिल रहे हैं। शनिवार को यूं तो 1 रुपए से लेकर साढ़े 6 रुपए किलो तक प्याज बिका है, लेकिन अधिकतर ढेर 3 से 5 रुपए किलो बिके हैं।
-रतनसिंह किसान, बोरदिया खुर्द
मैं शुक्रवार शाम को प्याज लेकर मंडी आया था, लेकिन शाम को किसी ने प्याज की बोली ही नहीं लगाई। शनिवार को भी दोपहर हो गई है कोई प्याज खरीदने में रूचि नहीं दिखा रहा है। कहते हैं प्याज की डिमांड नहीं है। यहां करीब एक दर्जन ढेर ऐसे हैं जिनकी नीलामी नहीं हुई है।
-रामनारायण गायरी, किसान अठाना

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