Video News: ऐसा क्या हुआ जो ताले से बाहर नहीं आ रही मेडिकेटेड मच्छरदानियां
नीमचPublished: Jan 11, 2019 01:45:55 pm
ऐसा क्या हुआ जो ताले से बाहर नहीं आ रही मेडिकेटेड मच्छरदानियां
ऐसा क्या हुआ जो ताले से बाहर नहीं आ रही मेडिकेटेड मच्छरदानियां
नीमच. जिस मौसम में मादा एनोफिलिज मच्छर का अधिक प्रकोप रहता है। वह बीतता जा रहा है। लेकिन मेडिकेटड मच्छरदानियों का वितरण नहीं हो रहा है। वैसे तो जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के उद्देश्य से हजारों मच्छरदानियां आई है। लेकिन आने के पंद्राह दिन बाद भी वितरण नहीं हो रहा है। ऐसे में कहीं सील बंद ताले में बंद पड़ी मच्छरदानियों की मियाद खत्म न हो जाए। लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है।
बतादें कि जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के उद्देश्य से दिसंबर 2018 में 13 हजार 850 मच्छरदानियां आई है। यह मच्छरदानियां जिले के दो ब्लॉक में अलग अलग गांवों के लिए अलग अलग संख्या में आई है। लेकिन दोनोंं स्थानों पर आई मच्छरदानियां सील बंद ताले में बंद है। जिनके वितरण का अभी तक कोई ठिकाना नहीं है। चूकि इन मच्छरदानियों में उपयोग किया गया कीटनाशक की मियाद भी करीब ३ साल बताई जा रही है। ऐसे में जैसे जैसे समय बीतता जाएगा, वैसे वैसे मच्छरदानियों की विशेषता कम होती जाएगी। जानकारी के अनुसार यह मच्छरदानियां पहले वेयर हाऊसों में पहुंची थी, जहां से लंबे समय बाद ब्लाक स्तर पर पहुंची है। लेकिन अब भी बटने का नाम नहीं ले रही है।
बतादें की जिले के मलेरिया प्रभावित क्षेत्र का सर्वे वर्ष 2015 में किया गया था, जिसके आधार पर अधिक प्रभावित क्षेत्रों में मलेरिया की पूर्ण रूप से रोकथाम के लिए मेडिकेटेड मच्छरदानियां वितरण करने की योजना शासन द्वारा बनाई गई थी। जिसके तहत विशेष प्रकार की मच्छरदानियां भी आई। लेकिन सर्वे के तीन साल बाद आई मच्छरदानियां अभी भी वितरण होने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि शासन की मंशा अनुसार यह विशेष प्रकार की मच्छरीदानी पूरे प्रदेश में एक साथ बटवाई जाएगी। लेकिन कहीं ऐसा न हो वह समय आते आते मच्छरदानियां ही अपना वजूद खौ दे।
13 हजार 850 मच्छरदानियां हैं ताले में बंद
जिले के संदिग्ध क्षेत्रों में मच्छरदानियों का वितरण के तहत डीकेन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले गांवों में करीब 11 हजार 50 मेडिकेटेड मच्छरदानियों का वितरण होगा। वहीं मनासा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले गांवों में करीब2800मेडिकेटेड मच्छरदानियों का वितरण होगा। इस प्रकार जिले के संदिग्ध क्षेत्रों में कुल 13 हजार 850 मच्छरदानियों का जाल बिछाकर मलेरिया जैसी बीमारी पर नियंत्रण किया जाएगा।
मच्छरदानियां वेयर हाऊस से सीधे ब्लॉक स्तर पर वितरण के लिए पहुंची है। जिन्हें सुरक्षित रूप से भंडारित किया गया है। संचनालय से वितरण के निर्देश प्राप्त होने के साथ ही मच्छरदानियों का वितरण किया जाएगा।
-डॉ सरिता ङ्क्षसधारे, जिला मलेरिया अधिकारी, नीमच