सूर्य नमस्कार का आयोजन भोपाल से हो रहे रेडियो प्रसारण के साथ कतारबद्ध तरीके से होकर किया गया। जिसमें प्रार्थना मुद्रा, हस्त उत्सासन, पादहासन, अश्वसंत्वासन, पर्वतासन, अष्टाग, नमस्कार, भुजगांसन कर सूर्य नमस्कार के सात आसानों की 12 स्थितियों के क्रम को दोहराया गया। साथ ही अनुलोम-विलोम, प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम एवं भ्रामरी प्राणायाम भी किया। इसी तरह जिले की सभी हाईस्कूल एवं हायर सेकेंड्री स्कूलों में भी सामुहिक सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर कलेक्टर द्वारा नियुक्त किए गए जिला अधिकारियों ने विभिन्न शालाओं में जाकर सूर्य नमस्कार के कार्यक्रमों में भाग लिया। जिसमें जिले के हजारों विद्यार्थियों ने इस अनूठे कार्यक्रम में भाग लिया। प्रारंम्भ में राष्ट्रीय गीत, वन्देमातरम् एवं मध्यप्रदेश गान का सामुहिक गायन भी किया गया तथा सूर्य नमस्कार के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के संदेश का वाचन भी किया गया। अंत में राष्ट्रगान के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।
नीमच. शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जनकपुर मोरवन में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में सैंकड़ों बच्चों ने जब एक साथ सूर्य नमस्कार किया तो यह नजारा उगते सूरज के साथ काफी आकर्षक नजर आ रहा था। शनिवार प्रात: 9 बजे विद्यालय प्रांगण में विद्यालय के समस्त छात्र छात्राओं स्टॉफ के सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया। संस्था के प्राचार्य एम एल वर्मा ने इस अवसर पर छात्र.छात्राओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन के आदर्शों का महत्व बताया तथा योग की मानव जीवन में उपयोगिता बताइ। छात्र छात्राओं को प्रेरित किया कि यदि आपको स्वस्थ रहना है तो अपने जीवन में योग को नियमित रूप से अपनाएं। वर्मा ने बताया कि योग हमारे भारत की प्राचीन विधा है प्राचीन समय में ऋषि महर्षि योगिक क्रियाओं के माध्यम से लंबा एवं निरोगी जीवन जीते थे। वर्तमान में मानव के अंदर बहुत सारी बीमारियों ने घर कर लिया है। यदि हमें इन बीमारियों से बचना है तो हमारे जीवन में योग को नियमित रूप से अपनाना चाहिए। सूर्य नमस्कार आकाशवाणी भोपाल से प्रसारित निर्देशानुसार किया गया। इस अवसर पर उपसरपंच किशोर पाटीदार, शिक्षक पालक संघ अध्यक्ष डॉ राकेश पाटीदार और पालक संघ सदस्य देवी लाल थोरेचा स्टॉफ के समस्त सदस्य एवं विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।