महिलाओं ने बिखरे रंग, तो बदल गई सड़क की तकदीर
नीमचPublished: Mar 16, 2019 01:04:13 pm
महिलाओं ने बिखरे रंग, तो बदल गई सड़क की तकदीर
महिलाओं ने बिखरे रंग, तो बदल गई सड़क की तकदीर
नीमच. जैसे ही विभिन्न आकृतियों में महिलाओं और युवतियों द्वारा रंग भरे जाने लगे, एक एक कर सभी रांगोलियां निखरती चली जा रही थी। सड़क के किनारे कतारबद्ध तरीके से बन रही रांगोलियों को देखकर आवाजाही करते लोगों के कदम भी थम गए। हर कोई आकर्षक रांगोलियों को निहारता नजर आया। क्योंकि सभी रांगोलियों अपने आप में एक संदेश देती हुई नजर आ रही थी। जिसे बनाने और देखने के लिए महिलाएं, युवतियां काफी संख्या में उपस्थित थी।
रंग जीवन का आधार होते हैं। रंगों के बिना जीवन अधूरा है। रंगों से हम हैं ओर हमसे ही रंग हैं। रांगोली भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। यह बात मुख्य अतिथि डायरेक्टर रश्मि पटवा ने साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था कृति के तीन दिवसीय कृति उत्सव कार्यक्रम के प्रथम दिवस शहर की महिलाओं के लिए आयोजित रांगोली प्रतियोगिता में कही। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि तुलिका अध्यक्ष नीरज षर्मा व समाजसेवी श्रीमती ज्योति नरूका ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर स्वागत भाषण कृति अध्यक्ष सत्येन्द्र सी सक्सेना ने एवं कार्यक्रम की भूमिका सचिव सत्येन्द्रसिंह राठौड़ ने प्रस्तुत की।
जानकारी देते हुए कृति उत्सव की मुख्य संयोजक मंजुला धीर ने बताया कि रांगोली प्रतियोगिता में 50 से अधिक महिला प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसमें प्रथम स्थान उषा गोयल, द्वितीय स्थान मेघा डोरिया व तृतीय स्थान कुसुम सिंह ने प्राप्त किया। शेष सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के निर्णायक के रूप में प्रीति कौशिक, अर्पिता जैन, कीर्ति उपाध्याय उपस्थित थी।
इस अवसर पर किशोर जेवरिया, प्रकाश भट्ट, ओमप्रकाश चौधरी, रघुनंदन पाराशर, डॉ.पृथ्वीसिंह वर्मा, तेजसिंह जैन, प्रवीण शर्मा, नरेन्द्र पोरवाल, कमलेश जायसवाल, शैलेन्द्र पोरवाल, महेन्द्र त्रिवेदी, अजय राणावत, बाबूलाल पोरवाल, बाबूलाल गौड, रेणुका व्यास, आशा सांभर, डॉ.विनोद शर्मा, श्याम थोरेचा, अक्षय पुरोहित, डॉ.जीवन कौशिक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पुष्पलता सक्सेना ने किया व आभार रांगोली प्रतियोगिता संयोजक डॉ.निर्मला उपाध्याय ने माना।
कृति उत्सव में चेखव की कहानियां नाटक का मंचन आज
कृति के तीन दिवसीय उत्सव के द्वितीय दिवस शनिवार को रात्रि 8 बजे अग्रोहा भवन गोमाबाई रोड पर चेखव की कहानियां परिवर्तन समूह की प्रस्तुति होगी।