यहां पढ़ें कैसे पिछले साल से दोगुना होगा गेहूं और चने का उत्पादन
नीमचPublished: Oct 12, 2018 11:35:42 pm
यहां पढ़ें कैसे पिछले साल से दोगुना होगा गेहूं और चने का उत्पादन
नीमच. औसत से अधिक बारिश होने के कारण इस बार गेहूं, चना सहित अन्य रबी फसलों की बुवाई काफी अधिक क्षेत्र में होगी। पिछले साल कम बारिश के चलते क्षेत्र में रबी की प्रमुख फसलों का उत्पादन भी प्रभावित हुआ था। लेकिन इस बार निश्चित ही गत वर्ष की अपेक्षा दोगुना उत्पादन होगा। इसी के चलते कृषि विभाग ने भी करीब 116 हजार हेक्टेयर में रबी फसलों की बोवनी का रकबा तय किया है।
बतादें की पिछले साल बारिश कमी का बोवनी पर सीधा असर पड़ा था। कम बारिश होने के कारण जिले में मात्र 30 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी हुई थी। ऐसे में उत्पादन भी करीब 119 हजार मेट्रिक टन पर ही सिमट गया था। जिससे गेहूं का समर्थन मूल्य और बाजार मूल्य दोनों ही तेज रहे थे। लेकिन इस बार बारिश अच्छी हुई है। जिसके चलते गेहूं की बोवनी भी 50 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में होने की संभावना है। वहीं चना भी करीब 40 हजार हेक्टेयर में बोया जाएगा।
वर्ष 2016-17 में जहां गेहूं की बोवनी 52 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में हुई थी। वहीं 2017-18 में 30 हजार हेक्टेयर में सिमट गई थी। चूकि इस बार बारिश अच्छी हुई है। इस कारण कम से कम 52 हजार हेक्टेयर में बोवनी निश्चित होगी।
वर्ष 2016-17 में गेहंू का उत्पादन240 हजार मेट्रिक टन से अधिक हुआ था। वर्ष 2017-18 में उत्पादन प्रभावित होकर मात्र 119 हजार मेट्रिक टन रह गया। इस बार गेहंंू का उत्पादन 240 हजार मेट्रिक टन से अधिक होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
इस समय करें रबी की बोवनी
कृषि वैज्ञानिक डॉ श्यामसिंह सारंग देवोत ने बताया कि किसान गेहूं की बोवनी नवंबर माह में करें। क्योंकि गेहूं की बोवनी का यही उपयुक्त समय होता है। वहीं दूसरी ओर चने व सरसों की बोवनी 30 अक्टूबर तक की जा सकती है।
वर्जन.
जिले में इस बार बारिश औसत से अधिक हुई है। इस मान से रबी सीजन की सभी फसलों की बोवनी काफी अधिक क्षेत्र में होगी। साथ ही उत्पादन भी अच्छा होगा। इस बार गेहूं का 52 हजार व चने का 40 हजार हेक्टेयर बोवनी का रकबा तय किया गया है। वहीं सभी रबी फसलों का कुल प्रस्तावित लक्ष्य रकबा 115.90 हजार हेक्टेयर है।
-एनएस रावत, उपसंचालक कृषि