scriptआसपास जिलों में बरसे बादल नीमच हल्की बौछार के साथ तरसा | Neemuch rained in the surrounding districts with light showers. | Patrika News

आसपास जिलों में बरसे बादल नीमच हल्की बौछार के साथ तरसा

locationनीमचPublished: Jul 03, 2022 01:24:37 pm

Submitted by:

Virendra Rathod

– धूप चटकने से बड़ी गर्मी, उमस ने भी किया हाल बेहाल

आसपास जिलों में बरसे बादल नीमच हल्की बौछार के साथ तरसा

आसपास जिलों में बरसे बादल नीमच हल्की बौछार के साथ तरसा

नीमच । मानसून के बादल इधर-उधर बरसकर नीमच में हल्की बौछार कर निकल गए, जिससे शहर में उमस बढ़ गई और लोगों को चिपचिपी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। गत वर्ष की तुलना में जून माह में आधी फीसदी भी बारिश नहीं हुई है, जिससे किसान काफी चितिंत है, उनकी बोनी का समय निकलता जा रहा है। जून माह में अभी तक जिले में औसत वर्षा १.८ इंच हुई है। जबकि अभी तक ४ इंच से अधिक वर्षा हो जाती है। जिससे किसान भी फसल बुवाई के लिए चितिंत है।

मौसम विभाग ने बारिश का जो पूर्वानुमान था, वह सही साबित नहीं हो सका। शनिवार को सुबह से हल्के बादल छाए हैं। हवा शांत रहने से उमस बढ़ गई है। पसीना से तरबर रहे। जैसे-जैसे धूप तेज हुई, वैसे, गर्मी बढ़ती चल गई । उसम भी बढ़ेगी। शाम को गरज चकम के साथ बौछारें कुछ मिनट के लिए गिरी। जिसके बाद भी लोगों को उमस से राहत नहीं मिल सकी। मौसम विभाग के अनुसार ५ से ९ जुलाई के बीच बारिश की संभावना नहीं है। चार जुलाई को बंगाल की खाड़ी में कम दवाब का क्षेत्र विकसित होगा। पांच जुलाई से मानसून फिर से मेहरबान होगा। दो दिन ६ और ७ जुलाई को झमाझम के आसार बनेंगे।

जिले में जून माह में वर्षा का ग्राफ
वर्षामापी केंद्र के नाम नीमच जावद मनासा योग वर्षा औसत वर्षा
१ जून से २ जुलाई तक वर्षा ४५.० ४६.० ४६.० १३७.० ४५.६
गत वर्ष १ जून से २ जुलाई तक १३८.० ६७.० १२२.० ३२७.० १०९.०
नोट- जिला कलेक्टर कार्यालय भू अभिलेख विभाग से वारिश की प्राप्त जानकारी मिलीमीटर में है।

उड्ीसा के ऊपर बना चक्रवात हवा से बदला
उड़ीसा के ऊपर बना चक्रवातीय घेरा नीमच तक आते-आते कमजोर पड़ गया। इस कारण मानसून का आगमन धमाकेदार नहीं रहा। मानसून आगमन के दूसरे दिन वर्षा थम गई। गत दिवस हल्के बादल छाए रहे। शाम को काली घटाओं ने घेराबंदी की, लेकिन बूंदाबांदी करके रवाना हो गए। अधिकतम तापमान 3०.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम २४ डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जिससे उमस का सामना करना पड़ा। रविवार को अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है।

ट्रफ लाइन गुजर रही, इसलिए छा रहे बादल
बंगाल की खाड़ी से राजस्थान तक एक ट्रफ लाइन बनी है। इस ट्रफ लाइफ लाइन उत्तर प्रदेश होते हुए राजस्थान तक जा रही है। राजस्थान में एक चक्रवातीय घेरा भी बना हुआ है। ट्रफ लाइन के सहारे जो नमी आ रही है, उससे बादल छा रहे हैं और उमस हो रही है। बंगाल की खाड़ी का कम दवाब का क्षेत्र झारखंड के रास्त आगे बढ़ता है तो ग्वालियर-चंबल संभाग में अच्छी बारिश के आसार बनेंगे। फिलहाल इस पाथ 4 जुलाई के बाद तय होगा।

बुवाई में हो रही देरी
रेवली देवली के काश्तकार मोहनलाल नागदा ने बताया कि २५ जून से खेत में बुवाई शुरू हो जाती है। अभी तक करीब ४ इंच बारिश हो जाती है। लेकिन अभी तक दो इंच भी बारिश नहीं हुई है। खासकर खरीफ की फसल में जिले में सोयाबीन , मक्का, उड़द, लाल तुअर, प्याज, ज्वार, मूंगफली की बुवाई होती है। लेकिन बारिश ८ से १० दिन लेट होने से किसान चिंतिंत है। अभी बुवाई नही होगी तो समय पर फसल नहीं पक पाएगी, जिससे आने वाली आगे की फसल को भी नुकसान होगा।

इनका कहना है
नीमच में तीन दिन बारिश की संभावना कम है, हल्की बौछार रहेगी। बंगाल का खाडी़ में कम दवाब का क्षेत्र बनने के बाद बारिश की पांच जुलाई से बर्षा की संभावना बनेगी। जबतक हल्के बादल ही छाएंगे। जिले में ५ से ९ के बीच अच्छी बारिश होगी। जिसमें ६ और ७ को भारी वर्षा के संकेत है। दक्षिण पूर्व हवा चलने से मानसून के साफ संकेत नीमच को मिल रहे है।
– डॉ. वेदप्रकाश सिंह, रडार प्रभारी मौसम केंद्र भोपाल।

ट्रेंडिंग वीडियो