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नीमच, शाजापुर व आगर जिले अब सूरज से भी बनाएंगे बिजली, जनिये कैसे

locationनीमचPublished: Nov 25, 2021 11:17:15 pm

Submitted by:

sachin trivedi

मप्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक देश की ऊर्जा आवश्यकता की 50 प्रतिशत आपूर्ति सौर ऊर्जा से करने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह बात गुुरुवार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नीमच के ५०० मेगावॉट सौर ऊर्जा की यूनिट के भूमिपूजन में कही।

नीमच, शाजापुर व आगर जिले अब सूरज से भी बनाएंगे बिजली, जनिये कैसे

मप्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक देश की ऊर्जा आवश्यकता की 50 प्रतिशत आपूर्ति सौर ऊर्जा से करने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह बात गुुरुवार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नीमच के ५०० मेगावॉट सौर ऊर्जा की यूनिट के भूमिपूजन में कही।

नीमच. मप्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक देश की ऊर्जा आवश्यकता की 50 प्रतिशत आपूर्ति सौर ऊर्जा से करने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह बात गुुरुवार मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नीमच के 500 मेगावॉट सौर ऊर्जा की यूनिट के भूमिपूजन में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोज 5300 मेगावॉट से अधिक सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से भी सौर ऊर्जा पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

 

5250 करोड़ रुपए की लागत से बनेंगे 1500 मेगावॉट के प्लांट
मुख्यमंत्री चौहान ने केंद्रीय नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने गुरुवार को शाजापुर में 5250 करोड़ रुपए की लागत के 1500 मेगावॉट क्षमता वाले आगर, शाजापुर और नीमच के सौर ऊर्जा पार्क के क्रय अनुबंध पर हस्ताक्षर कर भूमिपूजन किया। उन्होंने निजी निवेशकों के साथ प्रधानमंत्री ‘कुसुम-अÓ योजना के अनुबंध पर भी हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा के क्षेत्र में जनजागरुकता के उद्देश्य से चलाए जाने वाले ऊर्जा साक्षरता अभियान ‘उषाÓ का शुभारंभ किया। केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि सरकार ने हर गांव, हर घर तक बिजली पहुंचा दी है। यदि कोई घर छूट गया हो तो बता दें, वहां भी बिजली पहुंचा दी जाएगी। सरकार ने एक लाख 59 हजार किलोमीटर बिजली ग्रिड बनाई है और लेह, लद्दाख तक हर घर में बिजली पहुंचाई है। हमारी आज प्रतिदिन एक लाख 12 हजार मेगावॉट बिजली हस्तांतरण की क्षमता है। उन्होंने कहा कि देश में सौर ऊर्जा के माध्यम से साफ व सस्ती बिजली उपलब्ध कराने पर तेज गति से कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र आज बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर है। प्रदेश में 22 हजार मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। राज्य सरकार पानी, कोयले, हवा और सूरज सभी माध्यमों से बिजली बना रही है। उन्होंने कहा कि बिजली बचाएं, पेड़ लगाएं और कोरोना के टीके लगवाकर स्वयं, परिवार, प्रदेश एवं देश को सुरक्षित करें। प्रदेश में गरीबों को 100 रुपए मासिक दर पर बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। सरकार हर वर्ष बिजली बिलों पर 21 हजार करोड़ रुपए का अनुदान दे रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह अत्यंत खुशी की बात है कि गत 5 वर्षों में मध्यप्रदेश में बेटियों की संख्या प्रति हजार 905 से बढ़कर 956 हो गई है। प्रदेश में बेटियों के कल्याण के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना सहित उनके शैक्षणिक, स्वास्थ्य और आर्थिक विकास के लिए भी अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं।

 

परियोजना से विद्युत उत्पादन मार्च 2023 में प्रारंभ होगा
प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग ने सौर परियोजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1500 मेगावॉट की इन सौर परियोजनाओं में आगर जिले में 550 मेगावॉट की 2 यूनिट (350 व 200) शाजापुर जिले में 450 मेगावॉट की 3 यूनिट (105, 220, 125) और नीमच जिले में 500 मेगा वॉट की क्षमता की 3 यूनिट (170, 160, 170) स्थापित की जाएंगी। परियोजनाओं से मार्च 2023 में विद्युत उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा।

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