जान जोखिम में डालकर कर रहे बिजली कर्मचारी काम
विजय टॉकिज रोड पर बोहरा गली के सामने डीपी बदलने के कार्य के दौरान हाइट पर चढ़कर काम कर रहे है, बिजली कर्मचारी के पास सुरक्षा के कोई उपकरण नहीं है। उनके पास न तो हेलमेट है और न दस्ताने पहन रखे है। इतना ही नहीं सेफ्टी बेल्ट भी नहीं पहना हुआ है। ऐसे जान को जोखिम में डालकर बिजली कर्मचारी से काम कराया जा रहा है।
फील्ड में डीपी, ट्रांसफॉर्मर सुधारने का काम करने वाले तकनीकी कर्मचारियों की टीम ने इस समस्या के लिए कंपनी के उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। लेकिन कुछ तब्दीली नहीं हुई। कई डीपी की ऐसी हालत है कि कट आउट का मेन कवर या फिर उसका पूरा सेट ही गायब है। थोड़ी सी हवा, पानी लगने पर फॉल्ट होने लगते हैं। बाजार और ज्यादा लोड वाली डीपी पर आए दिन वायर जलने की समस्या बनी रहती है।
कंपनी के खरीदी विभाग ने उच्च क्वालिटी के कट आउट की मांग की है। लेकिन कंपनी अच्छे क्वालिटी के कट आउट बाजार में नही बेच रही है। ज्यादातर कंपनी जर्मन वायर के कट आउट बनाती है। यह वायर जल्दी खराब हो जाते हैं। तांबे के वायर के कट आउट ज्यादा समय तक चलते हैं।
अधिकारियों की माने तो अब ऐसे नए ट्रांसफार्मर आ रहे है, जिनमें डीपी भी समाहित होगी। उसमे कट आउट की जरूरत भी नहीं होगी। लेकिन पूरे शहर में यह स्थापति करने में लंबा वक्त लगेगा।
अभी शहर में 421 डीपी है, जहां अधिक लोड हो रहा है, वहां पर डीपी बदली जा रही है। गुरुवार को खारीकुआ की डीपी बदली गई। जहां डीपी बदली जा ही है। वहां प्रोपर तरीके से मेनकवर सहित सुरक्षित काम किया जा रहा है। जहां खुले कट आउट है, उनके मेटिंनेंस का काम भी जल्द शुरू किया जाएगा। सभी ठेकेदारों को हिदायत दे रखी है कि सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने के बाद हाइट पर कर्मचारी से काम कराएं।