वहीं कार्य इस वर्ष भी किए जा रहे है, जो वर्ष २०२१ में किए गए थे। नपा को इन कामों के साथ-साथ स्वच्छता से जुड़ा कोई ऐसा कार्य भी करना चाहिए। जिससे जनाता शहर में स्वच्छता की दिशा में किए जा रहे कार्यों को सराहे, लेकिन इसका उल्टा शहर में हो रहा है। स्वच्छता को लेकर शहर में कोई सुधार नहीं है। स्वच्छता को लेकर रैकिंग में सुधा हो, इसको लेकर नपा बोनी साबित हो रही है। नपा स्वच्छता सर्वेक्षण को ध्यान में रखकर ओडीएफ प्लस और थ्री स्टार की तैयारी कर रही है। शहर के सार्वजनिक स्थलों पर वाल पेटिंग की जा रही है और डिवाइडरो की रंगाई पुताई भी कर रही है। इसके अलावा नपा ट्रेचिंग ग्राउंड की दशा सुधारने पर भी काम कर रही ै। स्टेडियम की पुताई और गांधी वाटिका में भी आवश्यक सुधार कर रही है। शहर के सौदंर्यकरण की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है, लेकिन सभी वहीं कार्य है जो पहले किए गए थे। नपा को चाहिए कि वह जनता फीडबैक अच्छा मिल पाए, इस दिशा में ठोस कार्य करें।
शहर में सफाई व्यवस्था चौपट
हालात यह है कि शहर के कई कॉलोनियों की नालिया कचरे से अटी होने से चौक पड़ी है। कचरा प्वाइंट पर समय पर कचरा नहीं उठने से सडक़ पर फैल रहा है और जानवर मुंह मार रहे है। सडक़ो पर गड्ढ़े है और धूल उड़ रही है। वहीं शहर सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई नहीं हो रही है। ऐसी स्थिति में नपा को अन्य कार्यों के साथ-िसाथ शहर की साफ-सफाई व्यवस्था पर भी ध्यान देना होगा। जिससे स्वच्छता के क्षेत्र में भी सुधार हो और लोगों का अच्छा फीडबैक आए। मार्च माह में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर दिल्ली और भोपाल की टीम आएगी। उससे पहले नपा को स्वच्छता के क्षेत्र काफी सुधार करना चाहिए।
इनका यह कहना
स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारिया चल रही है, जनता का अच्छा फीडबैक मिल रहा है, जहां गंदगी आप बता रहे है, मैं दरोगा को कहकर वहां भी दिखवाता हूें।
– श्याम टांकवाल, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता अधिकारी नपा नीमच।