scriptअब एक विषय में फेल होने पर भी माना जाएगा पास | Now, even after failing in a subject, it will be considered 'pass' | Patrika News

अब एक विषय में फेल होने पर भी माना जाएगा पास

locationनीमचPublished: Jul 22, 2017 11:00:00 pm

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editorial neemach

15 हजार से अधिक विद्यार्थी होंगे लाभांवित,’बेस्ट ऑफ फाइव’ पटर्न पर इस साल से होगा विद्यार्थियों का मूल्यांकन,छह में से एक विषय में फेल होने पर माना जाएगा उत्तीर्ण

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मुकेश सहारिया, नीमच/रतलाम। इस साल से कक्षा नवीं और दसवीं में ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न लागू किया जा रहा है। इसका कक्षा नवीं और दसवीं के करीब 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न की विशेषता यह है कि छह में से यदि विद्यार्थी एक विषय में अनुत्तीर्ण भी हो गया तो उसे पास माना जाएगा।


व्यावसायिक पाठ्यक्रम में लागू नहीं होगा पेटर्न

वर्तमान शिक्षा सत्र से ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न लागू किया जा रहा है। इससे विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा। यूं तो इस पेटर्न को पिछले शिक्षा सत्र से ही लागू कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन यह संभव नहीं हो सका। अब इस शिक्षा सत्र से नया पेटर्न सीबीएसई की तर्ज पर लागू किया जा रहा है। इसका सीधे सीधे लाभ कक्षा नवीं और दसवीं के विद्यार्थियों को मिलेगा। जानकारों की माने तो कक्षा नवीं में इस साल करीब 9300 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। वहीं कक्षा दवसीं में 6300 से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत् हैं। जिन स्कूलों में इस साल से व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रारंभ हुआ है वहां कक्षा नवीं के विद्यार्थियों को ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न का लाभ नहीं मिलेगा। इसके साथ ही जहां पूर्व में ही व्यावसायिक पाठ्यक्रम चल रहे हैं वहां इन कक्षाओं में यह पेटर्न लागू नहीं होगा।


परीक्षा के डर से मिलेगी हजारों विद्यार्थियों को मुक्ति
‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न से बच्चों के मन में परीक्षा को लेकर जो डर बैठा रहता है इससे पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी। इसकी एक वाजिब वजह भी है। ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न में कक्षा नवीं और दसवीं में छह विषयों में से मात्र पांच विषयों के अंक ही महायोग में जोड़े जाएंगे। आशय यह कि छह विषयों में से सबसे अच्छे नतीजे वाले पांच विषय जो होंगे उन्हें ही अंकसूची में अधिकृत रूप से शामिल किया जाएगा। छठे विषय के अंक अंकसूची में अंकित अवश्य किए जाएंगे लेकिन इन्हें महायोग में शामिल नहीं किया जाएगा। छठे विषय में विद्यार्थी का उत्तीर्ण होना तक अनिवार्य नहीं रहेगा। इससे कठिन विषय को लेकर विद्यार्थियों के मन में जो डर बैठा रहता है इससे उन्हें पूरी तरह निजात मिल जाएगी। गणित और अंग्रेजी में सबसे अधिक विद्यार्थी अनुत्तीर्ण होते हैं। छह विषयों में से यदि इन दो ही विषयों में विद्यार्थी अनुत्तीर्ण होता है तो भी उसे ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न के आधार पर उत्तीर्ण माना जाएगा। दो विषयों में पूरक प्राप्त होने पर एक में ही परीक्षा देना होगी। एक विषय में पूरक आने पर भी उसे उत्तीर्ण माना जाएगा।


रचनात्मक गतिविधियों के मिलेंगे 20 अंक
इस साल जिन स्कूलों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रारंभ हुए हैं। वहां ‘बेस्ट ऑफ फाइवÓ पेटर्न कक्षा नवीं में लागू नहीं होगा। इन चुनिंदा स्कूलों में कक्षा दसवीं में इस साल यह पेटर्न लागू होगा। इस सत्र में 10वीं में व्यावसायिक पाठ्यक्रम लागू नहीं है। साथ ही बेस्ट ऑफ फाइव पेटर्न में 20 अंक रचनात्मक गतिविधियों के भी जुड़ेंगे। इनमें साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और खेल गतिविधियां शामिल है। इससे बच्चों के सर्वांगीण विकास में काफी मदद मिलेगी।
– मुकेश जैन, प्राचार्य शाकन्याउमावि जावद

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