रतलाम और जयपुर से आ रहा प्याज
जब से मुख्यमंत्री कृषक प्रोत्साहन योजना की खरीदी शुरू हुई है। तभी से कृषि उपज मंडी में अच्छे प्याज की आवक बंद सी हो गई है। वर्तमान में मंडी में छोटा और छर्रा प्याज आ रहा है। जो 2 से 4 रुपए किलो बिक रहा है। चूकि किसानों को योजना के तहत भावांतर का लाभ मिलेगा, इस कारण उनका प्याज 2 रुपए किलो बिकता है तो उन्हें शेष ६ रुपए प्रति किलो के मान से सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाएंगे। इसलिए किसान एेसे प्याज लेकर आ रहे हैं। जो खाना तो दूर की बात है लोग खरीदना भी पसंद नहीं करेंगे। चूकि उपभोक्ताओं को खाने के लिए तो अच्छा प्याज चाहिए, इस कारण जब स्थानीय आवक अच्छी नहीं हो रही है। इस कारण फुटकर बाजार में प्याज इंदौर, रतलाम और जयपुर से आ रहा है। जो 20 रुपए किलो के दाम पर बिक रहा है। क्योंकि बाहर से आने वाले प्याज में भाडे़ के साथ ही अन्य खर्चे भी जुड़ जाते हैं।
एक सप्ताह में प्याज के बढे़ 5 रुपए दाम
करीब एक सप्ताह पहले जो प्याज फुटकर सब्जी बाजार में 15 रुपए किलो बिक रहा था, वही प्याज शनिवार को 20 रुपए किलो बिका, जिससे साफ पता चल रहा है कि आने वाले दिनों में प्याज के दामों में निश्चित उछाल आएगा। क्योंकि जैसे जैसे स्थानीय किसानों द्वारा अच्छा प्याज रोका जा रहा है। वैसे वैसे प्याज के दामों में बढ़ोतरी आती जा रही है। जानकारों की माने तो प्रोत्साहन योजना के तहत होने वाली खरीदी थमने के बाद प्याज के दाम में निश्चित उछाल आएगा, क्योंकि तब तक उन किसानों का प्याज निकल चुका रहेगा, जो छोटे किसान हैं, बाद में वह किसान ऊंचे दामों पर अपना प्याज बेचेंगे, जिन्होंने स्टॉक के रूप में रख रखा है।
शनिवार को कमजोर रही आवक, लहसुन बिकी 11 हजार
बदलते मौसम के कारण कृषि उपज मंडी में सभी उपज की आवक सामान्य से कम रही। सोयाबीन और गेहूं मंडी में तो दोपहर बाद ही सन्नाटा नजर आने लगा था। वहीं लहसुन मंडी में मात्र 10 हजार लहसुन की बोरी की आवक हुई थी, जिसमें भी आधे से अधिक किसानों ने शेड में ही लहसुन खाली करी थी, ताकि कहीं अचानक बारिश आ जाए तो नुकसान नहीं उठाना पडे़, लहसुन शनिवार को ऊपर में 11 हजार रुपए क्ंिवटल तक बिकी। रविवार को शासकीय अवकाश रहेगा। अब सोमवार को मंडी खुलेगी।
स्थानीय प्याज की आवक कमजोर होने से रतलाम और जयपुर से प्याज आ रहा है। इस कारण प्याज के दामों में बढ़ोतरी नजर आ रही है। क्योंकि बाहर से आने वाला प्याज महंगा होने के साथ ही उसके साथ भाड़ा व अन्य खर्चे भी जुड़ जाते हैं।
रामचंद्र धनगर, फुटकर प्याज विक्रेता