जिले के ११८ शासकीय स्कूलो में से २५ स्कूल स्कूल का ३० प्रतिशत परिणाम भी नहींं रहा है। जिससे साफतौर पर कमजोरी का पता चल रहा है। वहीं जिले के औसत परिणाम ५०.४१ से तुलना की जाए तो ७२ सरकारी स्कूलोंं का परिणाम औसत से भी कम रहा है। जिले के सरकारी स्कूलों का १० वीं औसत परिणाम मात्र ४५.४६ प्रतिशत ही रहा है। जिले में कुछ स्कूल ऐसे ीाी है, जिनका परिणाम १५ प्रतिशत से भी कम रहा है। यह स्थिति बीते १६ साल बाद देखने को मिली है। इसके पहले वर्ष २००४ में १० वीं का परिणाम ४९.१७ रहा था। इसके बाद लगातार सुधार हुआ और ६ बार नीमच प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है।
दोनो कक्षाओं में सरकारी स्कूलों के परिणाम की स्थिति
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा गत २९ अप्रेल को १० वीं और १२ वीं दोनों का एक साथ परिणाम घोषित किया गया। इसमें १० वीं का ५०.४१ और १२ वीं का ७२.२३ फीसदी रहा है। जिले के ११८ स्कूलों का परिणाम भी शामिल रहा है। इनमें १० वीं के ५९७१ में से ५७७४ बच्चों ने परीक्षा दी है। जिसमें से २६२५ पास व २२७९ फैल हुए है, जबकि ८७० को पूरक मिली है। इसी तरह १२ वी में ४३५७ में से ४२९७ ने परीक्षा दी और २९०० पास व ६७१ फैल हुए जबकि ७२६ को पूरक मिली। इस तरह सरकारी स्कूलों का औसत परिणाम १० वीं में ४५.४६ तथा १२ वीं ६७.४८ प्रतिशत रहा है।
– मॉडल उमावि जावद ९६.६७ प्रतिशत, माडल उमावि नीमच ८५.७१ प्रतिशत, हाईस्कूल उमर ७९.१७ प्रतिशत, मॉडल उमावि मनासा ७७.६१ प्रतिशत और उमावि सरवानिया महाराज ७७.०५ प्रतिशत है।
– हाईस्कूल डुंगलावदा ५.५६ प्रतिशत, उमावि कांकरिया तलाई ७.८९ प्रतिशत
– उमावि कोज्या ८ प्रतिशत, संजय उमावि जाट १२.५० प्रतिशत व उमवि चचौर १५.७९ प्रतिशत है।
– उमावि लालपुरा ९२.८६ प्रतिशत, उमावि डीकेन ८९.८३ प्रतिशत, उमावि कोज्या ८८.८९ प्रतिशत और उमावि कदवासा ८७.५० प्रतिशत है। १२ वीं में सबसे कम परिणाम देने वाले ५ स्कूल
– उमावि बोरदियाकला २०.९७ प्रतिशत, उमावि पिपल्या हाड़ी २५.२९ प्रतिशत, उमावि जाट ३१.८२ प्रतिशत, उमावि धामनिया ३२ प्रतिशत व कन्या उमावि रामपुरा का ३२.४७ प्रतिशत रहा है।
प्रतिशत १०वी १२ वीं
१ से २५ प्रतिशत २५ ०२
३० से ३९ प्रतिशत २० ०४
४० से ४९ प्रतिशत २७ ०७
५० से ५९ प्रतिशत २२ ११
६० से ६९ प्रतिशत ११ ०७
७० से ७९ प्रतिशत ११ २०
८० से ८९ प्रतिशत ०१ १२
९० से ९९ प्रतिशत ०१ ०२
इनका यह कहना है
इस बार १० वी और १२ वी बोर्ड का परिणाम अपेक्षाकृत काफी कम रहा है। जिसको लेकर प्रत्येक स्कूल के प्राचार्य के साथ समीक्षा बैठक लेकर चर्चा की गई है। आगे परिणाम बेहतर आए इसके लिए प्रयास किए जा रहें है।
– सीके शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी नीमच।