शहर की बड़ी व पुरानी कॉलोनियों में शामिल ंइंदिरा नगर को हाऊसिंग बोर्ड ने विकसित किया था। लोगों के मनोरंजन व सुविधा के लिए वहां १२ से ज्यादा बगीचों के लिए जगह छोडऩे के साथ कुछ बगीचे विकसित भी किए गए थे। वर्तामान में यह कॉलोनी नपा के हैंडओवर है। करीब सात साल पहले नपा ने सभी बगीचों को विकसित करने की योजना बनाई थी। इसी के तहत बगीचों की सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवाल निर्माण के साथ गेट लगवाए थे। कुछ में झूले और चकरी लगवाए और शेष को छोड़ दिया गया। हालात यह है कि अब आधे से ज्यादा में जगह-जगह से बाउंड्रीवाल टूट रही है, तो कही गेट खराब हो चुके है। लोगों ने वाहनों के लिए पार्किंग स्थल बनाने के साथ अपने सामान रख कब्जा कर रखा है। किसी ने बिल्डिंग वेस्ट मेटेरियल डज्ञल रखा है तो कही मवेशी विचरण करते रहते है। हालात यह है कि इन बगीचों में बच्चे खेल भी नहीं पाते है।
आपसी मनमुटाव के चलते नहीं होती शिकायत
शहर के इंदिरा नगर व स्कीम नंबर ३६ कॉलोनी नपा की पुरानी और बड़ी कॉलोनी है। ग्वालटोली पुरानी पानी की टंकी से होकर कलेक्ट्रोट से आगे औद्योगिक क्षेत्र तक यह कॉलोनी वासी है। कॉलोनी में रहवासियों के मनोरंजन और सुविधा के लिए १३ से ज्यादा छोटे बड़े बगीचों के लिए जगह छोड़ी गई थी। हालाता यह है कि सालो बाद भी बगीचे विकसित नहीं किए गए। स्थिति यह है कि आधे से ज्यादा बगीचों में तो पोधरोपण तो दूर बाउंड्रीवाल तक नहीं बनी है। ऐसे में लोगों ने अपने उपचोग के लिए इन पर कब्जा कर रखा है। बाउंड्रीवाल नहीं होने के कारण वाहन तो पार्क करते है, लोगों ने अपने सामान तक रखे हुए है। पीछे वाले बगीचेों में तो लोगों ने अपने वाहन और समान रखने के लिए शेड तक बना लिए है। कुछ रहवासियों का कहना है कि पूर्व में शिकायत की गई थी, लेकिन नपा अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। वहीं आपसी मनमुटाव और हो गया, इसीलिए अब खुलकर कोई शिकायत नहीं करता है।
इनका यह कहना है
अधिकांश बगीचोंं में बाउंड्रीवाल के साथ गेट लगे है। यदि कही अतिक्रमण है तो उसे चिन्हित कर हटवाएंगे। कर्मचारियों की मकी और चुनाव के चलते कर्मचारी सतत निगरानी नहीं रख पा रहे है। कुछ बगीचे अमृत सिटी योजना तो कुछ नपा मद से विकसित करने का प्लान तैयार किया जाएगा।
– गरिमा पाटीदार, सीएमओ नपा नीमच।