रासुका की कार्रवाई में पुलिस बरत रही उदासीनता
कलेक्टर की ओर से मिल चुकी है कार्रवाई की हरी झंडी
पिछले एक माह से अटकी पड़ी है रासुका की कार्रवाई

नीमच. खाद्य सामग्री में मिलावट करने वालों पर शासन सख्त है, लेकिन नीमच जिले का पुलिस प्रशासन मेहरबान दिखाई दे रहा है। पिछले एक महीने से मिलावटखोर अंकित एरन पर रासुका की कार्रवाई की फाइल तैयार पड़ी है, लेकिन पुलिस की ओर से उदासीनता बरती जा रही है।
कलेक्टर की ओर से मिली हरी झंडी
'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान के तहत खाद्य एवं औषधि प्रशासन की ओर से मिलावटखोर के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की गई है। विभाग का काम मिलावटखोरों को सीखचों के पीछे ले जाने का है। लेकिन बिना पुलिस मदद के यह संभव नहीं है। ऐसा यहां हो भी रहा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की ओर से मिलावटखोर अंकित एरन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए रासुका की कार्रवाई प्रस्तावित की गई। कलेक्टर की ओर से भी कार्रवाई को हरी झंडी दिखा दी गई। इसके बाद मिलावटखोर पर कार्रवाई की पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन पर आ गई। पुलिस अधीक्षक की ओर से भी आरोपी को गिरफ्तार कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। पिछले एक महीने में आरोपी अंकित एरन को गिरफ्तार तक नहीं किया जा सका। परिणाम स्वरूप रासुका की कार्रवाई भी अटक गई। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राकेशकुमार सगर ने तो यहां तक कह दिया था कि अब नए एसपी की रासुका की कार्रवाई कराएंगे। इनके इसी बयान से स्पष्ट हो गया था कि कहीं न कहीं पुलिस मामले को लम्बा खींचने के मूड में है। नवागत एसपी ने शनिवार को पदभार ग्रहण कर लिया है। पुलिस प्रशासन की ओर से पिछले एक महीने में बरती जा रही उदासीनता दूर होने की अब उम्मीद जगी है।
इनका कहना है
अभी मैंने एसपी का प्रभार संभाला है। रासुका का मामले में कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है मैं दिखवाता हूें।
- मनोजकुमार राय, पुलिस अधीक्षक
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