scriptनिकाय चुनाव में बागी प्रत्याशी बिगाड़ सकते हैं जीत की समीकरण | Rebel candidates can spoil the equation of victory in civic elections | Patrika News

निकाय चुनाव में बागी प्रत्याशी बिगाड़ सकते हैं जीत की समीकरण

locationनीमचPublished: Jul 01, 2022 07:34:54 pm

Submitted by:

Virendra Rathod

– भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टी के जिलाध्यक्ष बागियों को मनाने में जुटे

निकाय चुनाव में बागी प्रत्याशी बिगाड़ सकते हैं जीत की समीकरण

निकाय चुनाव में बागी प्रत्याशी बिगाड़ सकते हैं जीत की समीकरण

नीमच। नगरीय चुनाव की जैसे-जैसे डेट नजदीक आती जा रही है, वैसे ही चुनाव को लेकर राष्ट्रीय पार्टियों में घमासान मचा हुआ है। नीमच नगर पालिका में ४० वार्र्र्डो में १५३ प्रत्याशी मैदान में है। इनमें ७ वार्डों में भाजपा के बागी प्रत्याशियों ने चुनावी ताल ठोकी है। वहीं कांग्रेस का भी यही हाल है कि कांग्रेस में सिर्फ ५ वार्ड में प्रमुख कार्यकर्ता बागी होकर चुनाव में अभी तक डंटे हुए हैं। इनसे दोनों बड़ी पार्टियों को टेंशन बनी हुई है। पड़ौस मंदसौर जिले में जहां भाजपा ने बागी प्रत्याशियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। लेकिन नीमच में अभी तक दोनों बड़ी राजनैतिक पार्टी के आलाकमान द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। दोनों पार्टी के जिलाध्यक्ष बागी प्रत्याशियों की मान मनुहार में जुटे हैं।

उल्लेखनीय है कि गत २२ जून को नामांकन वापसी के बाद जो तस्वीर सामने आई है। उससे साफ है कि भाजपा और कांग्रेस में डैमेज कंट्रोल में नाकाम साबित हो रही है। दोनों ही दलों में टिकट न मिलने से नाराज बागी प्रत्याशी चुनाव मैदान से हटने के लिए तैयार नहीं हुए है। चुनाव मैदान में डटे ज्यादातर वह चेहरे है, जो भाजपा और कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के कारण बागी हो गए है। नामाकंन वापसी के आखिरी दिन तक मनाने की कोशिशों के बावजूद बागी मैदान से हटे नहीं। वार्ड ३, १४, १५, १६, १७, १८, २८, ३०, ३१, ३३ व ३९ में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं। ये प्रत्याशी दोनों पार्टी के लिए सिर दर्द बने हुए है। अभी संगठन के लोग संपर्क कर मनाने में लगे है। वहीं कुछ वार्डों के बागियों ने भाजपा-कांग्रेस को समर्थन भी दे दिया है। ऐसी स्थिति को देख दोनों पार्टी के नेताओं द्वारा निष्कासन करने की जल्दी न करते हुए पहले उनसे समर्थन मांगा जा रहा है, फिर नोटिस या अल्टीमेटम देकर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

भाजपा के पदाधिकारी हुए बागी
प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर ३ से हिन्दू संगठन व भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिला मंत्री रामचंद्र धनगर बागी के रूप में खड़े हुए है। वहीं वार्ड १४ से आशा योगी के पति आरएसएस के जिला कार्यवाह रहे है, वहीं उनके जेठ सुनील तिवारी वर्तमामन में दीनदयाल मंडल के महामंत्री पद पर है। आशा योगी की बेटी यामिनी योगी गल्र्स कॉलेज की जनभागीदारी समिति की सदस्य रही है। जबकि वार्ड ३१ से राजेश लालवानी भाजपा पिछड़ा मोर्चा के मंडल महामंत्री रहे है और भाजपा में बागी प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकी है।

भाजपा पार्टी के बागी प्रत्याशी, जो चुनाव में डटे
वार्ड नंबर बागी प्रत्याशी का नाम
०३ रामचंद्र धनगर, भाजपा
१४ आशा अनिल तिवारी, भाजपा
१५ पिंकी संजय गोहर, भाजपा
१८ मुरली मनोहर कुंगर, भाजपा
३० आशा चंद्रशेखर योगी भाजपा
३१ राजेश लालवानी, भाजपा
३९ भागचंद अहीर, भाजपा
कांग्रेस पार्टी के बागी प्रत्याशी, जो चुनाव में डटे
वार्ड नंबर बागी प्रत्याशी के नाम
१५ रिकिता विनोद बोरीवाल, कांग्रेस
१६ रूखसाना हारून रसीद, कांग्रेस
१७ जरीना भूरा कुरैशी, कांग्रेस
२८ मुस्तफा राणा, कांग्रेस
३३ अंबिका विमल शर्मा, कांग्रेस
बागी व निर्दलयी ने दिया पार्टी को समर्थन
वार्ड नंबर बागी/निर्दलयी प्रत्याशी
०६ दिनशे यादव ने भाजपा को
११ परसराम बनिये ने निर्दलीय पंकज श्रीवास्तव को
१८ निर्दलीय यशवंत हरित ने कांग्रेस को
२० रचना निमिश गर्ग ने भाजपा को
३९ जगदीश अहीर दुल्ला ने पारिवारिक प्रत्याशी को

कांग्रेस रूठो को मनाने में जुटी
भाजपा की तरह कांग्रेस भी रूठों को अभी तक मनाने में जुटी है। नाम वापसी समय के बाद अब कोई भी निर्वाचन प्रकिया से बाहर नहीं हो सकता है। लेकिन फिर भी पार्टी के लोग बागियों से मौखिक समर्थन ले रहें हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजीत कांठेड का भी कहना है कि बागियों को चिन्हित कर लिया है। एक बार उन्हें समझाइश देकर मौका दिया जा रहा है। फिर भी नहीं माने तो पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी।

 

इनका यह कहना है
भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ खड़े है, उनकी सदस्यता की जांच की जा रही है। कुछ लोग पार्टी समर्थित या विचारधारा के होकर टिकट मांग रहे थे और उन्होंने फर्मा भी पार्टी से भरा लेकिन वास्तविकाता में यह देखना भी जरूरी है कि उनकी सदस्यता हुई भी या नहीं है। अगर नहीं होने पर उसका निष्कासन करने का कोई मतलब नहीं है। इसके लिए संगठन स्तर अनुशासन समिति की बैठक होगी। उसमें सभी बागियों को ेकर चर्चा की जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई संगठन स्तर पर की जाएगी।
– दिलीप सिंह परिहार, विधायक नीमच।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो