केस २. शासकीय प्राथमिक विद्यालय उचेड़ तहसील मनासा में भी शाला प्रधान की रूचि से ३ लाख ३० हजार रुपए की राशि जनसहयोग से एकत्रित कर विद्यालय व शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के कार्य किए जा रहे हैं। जिसके तहत बच्चों के लिए खेल मैदान तैयार करने के लिए मैदान का समतलीकरण, कक्षा में खिड़की व जालियां, लाईट व पंखें फिटिंग, ऑफिस का फर्नीचर, दीवार लेखन और पेंटिंग का कार्य करवाए जा रहे हैं। इस विद्यालय की बदलती तस्वीर और शिक्षा का स्तर देखते हुए प्रायवेट विद्यालय जाने वाले अधिकतर विद्यार्थियों ने शासकीय विद्यालय में प्रवेश लिया, इसी कारण गत वर्ष इस विद्यालय की दर्ज संख्या ७८ थी, जो बढ़कर ८४ हो गई, वहीं अगले सत्र में करीब १२५ बच्चों करने का लक्ष्य रखा गया है।
वर्जन.
शासकीय प्रावि उचेड़ व शासकीय प्रावि शेषपुर में संस्था प्रधान द्वारा रूचि लेकर विद्यालय में विकास कार्य करने पर डीपीसी द्वारा उनके कार्य की सराहना की गई। अभी तक करीब ५० से अधिक विद्यालयों में विद्यालय उपहार योजना के तहत उपहार स्वरूप विद्यालयों में आवश्यक सामग्री प्राप्त हुई है। वैसे तो एसएमसी का कार्य है कि वह जनसहयोग से राशि एकत्रित कर विद्यालय का विकास करवाएं। लेकिन इस कार्य के लिए सामाजिक संस्थाएं और समाजसेवी भी आगे आकर विद्यालय के विकास में आगे आ रहे हैं।
-केएम सौलंकी, सहायक परियोजना समन्वयक
वर्जन.
शासकीय प्रावि उचेड़ व शासकीय प्रावि शेषपुर में संस्था प्रधान द्वारा रूचि लेकर विद्यालय में विकास कार्य करने पर डीपीसी द्वारा उनके कार्य की सराहना की गई। अभी तक करीब ५० से अधिक विद्यालयों में विद्यालय उपहार योजना के तहत उपहार स्वरूप विद्यालयों में आवश्यक सामग्री प्राप्त हुई है। वैसे तो एसएमसी का कार्य है कि वह जनसहयोग से राशि एकत्रित कर विद्यालय का विकास करवाएं। लेकिन इस कार्य के लिए सामाजिक संस्थाएं और समाजसेवी भी आगे आकर विद्यालय के विकास में आगे आ रहे हैं।
-केएम सौलंकी, सहायक परियोजना समन्वयक