नीमच व मंदसौर से पहुंचता है राजस्थान माल
आरोपी नेे पूछताछ में बताया कि बरामद ड्रग की खेप सरथाणा कविता रो-हाउस निवासी सूरत के ड्रग माफिया जैमिन सवाणी ने मंगवाई थी। भीनमाल के निकट पुनासा गांव निवासी ड्रग माफिया आशुराम खिलेरी से एमडी ड्रग लेकर वह सूरत आया था। वह इसे जैमिन को पहुंचाने वाला था। उसी समय एसओजी की टीम ने मुखबिर से मिली पुख्ता सूचना व सर्वेलंस के आधार पर उसे नियोल चैक पोस्ट के निकट से पकड़ लिया। एओजी ने पुणागाम थाने में मामला दर्ज करवा कर फरार दोनों ड्रग माफियाओं की खोज शुरू कर दी है। इसी तरह के अन्य मामले में एसओजी ने रेलवे स्टेशन इलाके से जोधपुर शिव शक्तिनगर निवासी भगवती प्रसाद उर्फ भागी विश्नोई को गिरफ्तार किया है। हिस्ट्रीशीटर भगवती प्रसाद राजस्थान का चितौडगढ़ व जैसलमेर जिलों में पकड़े गए डोडा पोस्त के चार मामलों में वांछित था। भगवती प्रसाद मादक पदार्थो की तस्करी और अवैध बिक्री से जुड़े दो मामलों में जोधपुर के देचु थाने और अजमेर जिले के मांगलियावास थाने में पकड़ा जा चुका है। 2002 से 2015 तक सरकारी ठेके मिलने पर अफीम व डोडा पोस्ट थोक खरीद कर फूटकर विक्रेताओं को बेचता था। बाद में सरकारी ठेके पर प्रतिबंध लगने पर उसने चोरी छिपे डोडा पोस्ट की तस्करी व बिक्री का काम शुरू कर दिया। डोडा पोस्ट की खेप पकड़े जाने पर चितौडगढ़ में उसके खिलाफ तीन मामले दर्ज हुए थे। जिनमें वह वांछित था और उस कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित कर वांरट जारी किया गया था। वहीं, जैसलमेर जिले के लाठी थाने में उसके खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज हुआ था। जिसमें भी वह फरार चल रहा था। उसके बारे में मुखबिर से पुख्ता सूचना मिलने पर एसओजी ने जाल बिछा कर रेलवे स्टेशन से उसे धर दबोचा।
नशे के कारोबार से जुटाई करोड़ों की संपति
सूत्रों का कहना है कि भागीरथ विश्नोई ने नशे का अवैध कारोबार कर करोड़ों की संपति जोड़ी है। जिसे उसने कई धंधों में निवेश कर रखा है। बताया जाता है कि वह दो शॉपिंग मॉल, दो पेट्रोल पंप चलाता है। इसके अलावा रियल स्टेट में भी बड़े पैमाने पर निवेश कर रखा है। इसके अलावा जोधपुर व अजमेर में अवैध हथियार रखन मेंं आरोपी है।