350 लाख रुपए की लागत से होगा नाला सौंदर्यीकरण
नीमच सिटी सांवलिया मंदिर के पास स्थित नाले की सफाई, सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य के संबंध में संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास भोपाल द्वारा पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है कि नाले की सफाई, सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य के संबंध में सीएम मोनीट ए प्लस मे प्रकरण सूचीबद्ध है। कार्य की अनुमानित लागत राशि 350 लाख रुपए हैं। कार्य का विस्तृत प्राक्कलन तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति के साथ प्रेषित करने हेतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी नीमच को निर्देशित किया गया है। नीमच नगरपालिका क्षेत्र मे भी 15 वे वित्त आयोग अंतर्गत मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक का विकास होगा। इस हेतु नीमच क्षेत्र में भी 4 क्लीनिक खोला जाना है जिन पर करीबन एक करोड़ का खर्च आएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश शासन द्वारा 178 नगरों मे 611 मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक खोले जाने हैं। जानकारी के अनुसार एक क्लीनिक को औसत 20 से 25 हजार की जनसंख्या के लिए विकसित किया जाना है। मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के निर्माण उन्नयन के लिए 25 लाख रुपए की राशि प्रति क्लीनिक निकाय को उपलब्ध कराई जाएगी। जिन निकायों में एक से अधिक केंद्र है वहां क्लस्टरिंग का प्रयास किया जाना है। अर्थात 2 या 3 क्लीनिक को एक ही स्थान पर क्लस्टर के रूप में विकसित किया जाना है।
नीमच सिटी सांवलिया मंदिर के पास स्थित नाले की सफाई, सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य के संबंध में संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास भोपाल द्वारा पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है कि नाले की सफाई, सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य के संबंध में सीएम मोनीट ए प्लस मे प्रकरण सूचीबद्ध है। कार्य की अनुमानित लागत राशि 350 लाख रुपए हैं। कार्य का विस्तृत प्राक्कलन तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति के साथ प्रेषित करने हेतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी नीमच को निर्देशित किया गया है। नीमच नगरपालिका क्षेत्र मे भी 15 वे वित्त आयोग अंतर्गत मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक का विकास होगा। इस हेतु नीमच क्षेत्र में भी 4 क्लीनिक खोला जाना है जिन पर करीबन एक करोड़ का खर्च आएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्यप्रदेश शासन द्वारा 178 नगरों मे 611 मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक खोले जाने हैं। जानकारी के अनुसार एक क्लीनिक को औसत 20 से 25 हजार की जनसंख्या के लिए विकसित किया जाना है। मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के निर्माण उन्नयन के लिए 25 लाख रुपए की राशि प्रति क्लीनिक निकाय को उपलब्ध कराई जाएगी। जिन निकायों में एक से अधिक केंद्र है वहां क्लस्टरिंग का प्रयास किया जाना है। अर्थात 2 या 3 क्लीनिक को एक ही स्थान पर क्लस्टर के रूप में विकसित किया जाना है।