4396 से लिया सिटीजन फीडबेक
देश के 425 नगरपालिका में ४७वां स्थान
पिछले बार देश में 70वां स्थान था। 23 पायदान का सुधार।
प्रदेश के 32 नगरपालिका में से 10वां स्थान
पिछले बार प्रदेश में 14वां स्थान था। 4 पायदान का सुधार
जीएफसी स्टार- 2 स्टार
नीमच की जनसंख्या- 1,28,०95
कुल वार्ड -40
जहां प्रधानमंत्री स्वच्छता को लेकर काफी प्रयासरत हैं। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से लेकर आम जनता के बीच स्वच्छता की अलख जला रहे हैं। वहीं नगरपालिका परिषद में भाजपा का बहुमत होने के बाद भी स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 में भाजपा पार्षदों ने सहयोग नहीं किया। इसमें सच्चाई भी है। इसका प्रमाण इसी बात से मिलता है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 में फ्री स्टार रेटिंग में पार्षदों के हस्ताक्षर होना चाहिए थे, लेकिन 40 में से 18 पार्षदों ने हस्ताक्षर करने तक से मना कर दिया। इस कारण भी रेटिंग पर फर्क पड़ा। नपा में भाजपा पार्षदों की संख्या करीब 32 है। आशय यह कि अधिकांश भाजपा पार्षदों ने ही प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान की खुलेआम विरोध दर्ज कराया।
नगरपालिका प्रशासन की ओर से स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 में जनता का पूरा सहयोग मिला। बस एक कमी और रह गई इसे भी यदि ठीक कर लिया जाता है तो नि:सेदह नीमच नपा की रेंकिंग में और सुधार होगा। नपा की ओर से घर घर कचरा एकत्रित करने के लिए वाहन चलाए जा रहे हैं। इन वाहनों में सूखा और गीला कचरा अलग अलग जगह डालने की व्यवस्था है, लेकिन सर्वेक्षण टीम को सर्वे के दौरान इसकी जानकारी मिली कि जनता सूखा और गीला कचरा अलग अलग नहीं डाल रही है। इसका खामियाजा भी उठाना पड़ा। सीधे सीधे 40 अंक कट गए। जबकि शहर में अभी करीब 80 फीसदी लोग सूखा और गीला कचरा अलग अलग डाल रहे हैं। मात्र 20 प्रतिशत लोगों को ही जागरूक करना है। घरेलु खाद बनाने के लिए भी लोगों को जागरूक कर दिया जाए तो इसके भी अच्छे अंक मिलेंगे। 1500 मटका खाद का लक्ष्य था। मात्र 500 ही पूरे हो सके। इस कारण 60 अंक कट गए।
सर्विस लेवल प्रोगे्रस-1250 में से 651.52
सर्टिफिकेशन-1250 में से 600
डारेक्ट ऑब्जर्वेशन- 1250 में से 1116
सिटीजन फीडबेक-1250 में से 946.87
ऑवर ऑल- 5000 में से 3314.39
इन कारणों से पिछड़े
– बायोमेट्रिक उपस्थित नहीं होने से कट- 50अंक कटे
– सैनेटरी लेंड फिलिंग नहीं- 50 अंक कटे
– सीएनडी वेस्ट- 250 अंक कटे
– पॉलीथिन फ्री सिटी नहीं- 60 अंक कटे
– ऑन साइड होम कम्पोस्ट- 60 अंक कटे
– सेगरीगेशन 100 फीसदी नहीं-40 अंक कटे
– पिछले बार ऑन साइड होम कम्पोस्ट नहीं थी। इस बार 500 हुए थे। इसके अंक मिले।
– घर घर कचरा संग्रहण में परेशानी हो रही थी। इस कार्य में वाहनों की कमी थी। इसे दूर करने के लिए नए वाहन खरीदे गए। इसे फायदा हुआ।
– पिछले सर्वेक्षण में ट्रेंचिंग ग्राउंड पर खाद बनाने के लिए मशीन नहीं थी। इस करण अंक कटे थे। बार सर्वेक्षण से पहले मशीन लगाई गई। खाद बनना शुरू हुआ। इसका लाभ मिला।
– पिछले सर्वेक्षण में नीमच केवल ओडीएफ था। इसमें भी काफी सुधार किया गया। परिणाम सार्थक आए और ‘ओडीएफ डबल प्लस’ की श्रेणी में नीमच शामिल हुआ।
बुधवार को राष्ट्रपति की विशेष उपस्थिति में स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 के परिणामों की घोषणा की गई। देश में नीमच को 47वां स्थान मिला। कुल 4 हजार 237 नगर परिषद, नगरपालिका और नगर निगमों ने इसमें भाग लिया था। राष्ट्रपति ने इंदौर, उज्जैन सहित कुल 19 पुरस्कार वितरित किए। शेष पुरस्कार राज्य सरकार को भेजे गए हैं। नीमच को भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। विज्ञान भवन भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में मेरे अधिरिक्त पलक महिला मंडल की संचालक उसमान खान, शासकीय हाई स्कूल बघाना की शिक्षिका कुसुम शर्मा भी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस बार जिन कमियों के कारण हमारे अंक कटे हैं उसके सुधार करने का प्रयास किया जाएगा। सिटीजन फीडबेक में प्रदेश में हम 10वें स्थान पर रहे हैं।
– विश्वास शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी नपा नीमच
ग्राम भोलियावास स्थित टेंचिंग ग्राउंड पर खाद बनाने की मशीन लगाई गई है। हागामी दिनों में हम प्रतिदिन करीब 3 टन खाद बनाने लगेंगे। हमने सीमित संसाधनों में यह उपलब्धि हासिल की है। शहर की व्यवस्था सुधारने में रुपए का संकट भी रहा। बावजूद इसके नपा अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूरी मेहनत की। परिणाम भी अच्छे आए हैं। स्वास्थ्य अधिकारी इसके लिए विशेष रूप से बधाई के पात्र हैं। लोगों से लिए फीडबेक में उन्होंने स्वीकार किया कि सड़क पर मवेशियों संख्या कम हुई है। घर घर कचरा उठाने की स्थिति काफी बेहतर हुई है। फूलों से खाद बनाने का लाभ हुआ है। प्लास्टिक के फूल बनाने सभी फायदा हुआ है। लोगों ने स्वीकार है कि अब जगह जगह कचरे के ढेर नहीं दिखते। जनता ने जो फीडबेक दिया उसमें 1250 में से 947 अंक मिलना काफी अच्छी बात है। जनता के सहयोग के लिए उनका भी धन्यवाद।
– संजेश गुप्ता, सीएमओ
नगरपालिका ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 के नाम पर पानी की तरह पैसा बहाया। खुलकर भ्रष्टाचार हुआ है। जो भी काम हुआ कागजों पर हुआ। यदि यही काम धरातल पर वास्तविकता में होता तो नि:सेदंह नीमच नंबर वन होता। मुख्य मार्गों की सफाई पर ही अधिकारियों का ध्यान रहा। मूलचंद मार्ग और वहां की अन्य बस्तियों की ओर ध्यान ही नहीं दिया गया। आज भी वहां जगह जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं।
– योगेश प्रजापति, कांग्रेस पार्षद
अगली बार नंबर वन पर होंगे
नगरपालिका अधिकारियों कर्मचारियों ने स्वच्छ सर्वेक्षण-१९ में बेहतरीन प्रयास किए इसका सार्थक परिणाम सबके सामने है। शहर की जनता ने भी फीडबेक अच्छा दिया इससे भी श्रेणी में सुधार हुआ है। जिन लोगों ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से स्वच्छ सर्वेक्षण में सहयोग किया उन सभी का मैं आभार प्रकट करता हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि अलगी बार सभी के सहयोग से नीमच नंबर वन पायदान पर होगा।
– राकेश पप्पू जैन, नपाध्यक्ष