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कांग्रेसी नेता ने की शिकायत, 14 वर्ष पहले कांग्रेस कार्यालय की लीज खत्म

locationनीमचPublished: Jan 03, 2018 06:03:40 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

भवन की भूमि को दुकानों को किराए पर दिया, जनसुनवाई में पहुंचा मामला, जनसुनवाई में 130 लोगों ने बताई समस्याएं, एडीएम और जिला पंचायत सीईओ ने की जनसुनवाई

patrika
नीमच। जनसुनवाई में मंगलवार को कांग्रेस नेता द्वारा ही जिला कांग्रेस कार्यालय की लीज अवधि समाप्त होने पर प्रश्न खड़ा किया गया। जनसुनवाई में अपर कलेक्टर को की गई शिकायत में कहा गया कि नपा द्वारा निर्धारित समयावधि समाप्त होने के बाद भी जिला कांग्रेस कार्यालय का अधिग्रहण नहीं किया गया। अधिकारियों को निर्देश दिए जाएं कि वे सख्ती से जिला कांगे्रस कार्यालय की जमीन अधिग्रहित करें।
सोनी ने बताया कि नगरपालिका ने 13 दिसंबर 17 को पत्र क्रमांक 1446 राजस्व 2017 के माध्यम से नीमच ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को आदेश जारी किया था कि गांधी भवन की लीज अवधि वर्ष 2003 में समाप्त होने चुकी है। लीज नवीनीकरण नहीं कराया गया है। ऐसे में 7 दिन में भूमि रिक्त कर नगरपालिका को आधिपत्य सौंपे। यह पत्र 14 दिसंबर 17 को ब्रजेश सक्सेना ने प्राप्त किया था।
सोनी ने सक्सेना के हस्ताक्षरयुक्त पत्र की प्रति भी अपर कलेक्टर को जनसुनवाई में सौंपी। सोनी ने बताया कि मैंने शिकायत में लिखा है कि नपा द्वारा जमीन खाली कर आधिपत्य में देने की समयावधि समाप्त होने के बाद भी नपा ने जमीन का अधिग्रहण नहीं किया। सोनी ने बताया कि मैं कांग्रेस में कई पदों पर रह चुका हूं। सूचना के अधिकार के तहत मैंने जानकारी निकलवाई थी। यह जमीन वर्ष 1973 में तत्कालीन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गुलाबचंद सेठी के नाम 30 साल की लीज पर आवंटित की गई थी। जब लीज पर जमीन दी गईथी जब वहां फलदार पेड़ लगे हुए थे। नपा रिकार्ड में यह दर्ज भी है। लीज में शर्त भी थी कि इन फलदार पेड़ों का ध्यान रखा जाए, लेकिन उन पेड़ों को काट दिया गया। वर्ष 2003 में लीज अवधि समाप्त हो चुकी है। बावजूद इसके कांग्रेस नेताओं ने आज तक लीज का नवीनीकरण तो नहीं कराया उल्टे जमीन किराए पर देकर लाखों रुपए की कमाई अवश्य की। सोनी ने आरोप लगाया कि वर्तमान में गांधी भवन परिसर में दूकानें लग रही है। दूकानदारों से 2 लाख रुपए किराया वसूला गया है। सोनी ने बताया कि अपर कलेक्टर ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया गया है।
वकील के माध्यम से भेजा है जवाब
गांधी भवन की लीज समाप्त होने की बात सही है। मुझे जब सीएमओ का पत्र प्राप्त हुआ तब पता चला कि लीज समाप्त हो चुकी है। वकील के माध्यम से सीएमओ को जवाब भेज दिया है। लीज नवीनीकरण के लिए आवेदन भी दे दिया है। जितनी पेनल्टी बनेगी वो भी भर दी जाएगी। जहां तक गांधी भवन की जमीन किराए पर देने का प्रश्न है तो यह आरोप गलत हैं। शरणार्थी है जिन्हें दुकान लगाने के लिए जमीन दी गई है। उनसे एक रुपया नहीं लिया गया है। गांधी भवन और उस क्षेत्र में मैं स्वयं के खर्च पर विकास कर रहा हूं।
– ब्रजेश सक्सेना, नीमच ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष
साहब! शौचालय निर्माण की स्वीकृत राशि अन्य के खाते में डाल दी
जिले को ओडीएफ घोषित करने के लिए प्रशासन के निर्देशन में घर-घर शौचालय बनवाने के काम तो युद्धस्तर पर हुए, लेकिन अब ऐसी शिकायतें आम हो गई हैं कि जिन लोगों ने शौचालय निर्माण करवा लिए हैं उनके नाम की राशि ही दूसरे खातों में ट्रांसफर हो रही है। अपर कलेक्टर विनयकुमार धोका और जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव ने संबंधित अधिकारियों से मामले की जांच कर त्वरित निराकरण के निर्देश दिए हैं।

ग्राम रावतखेड़ा के दो भाई लक्ष्मण और रामलाल पिता मोतीलाल ने आवेदन में बताया कि ग्राम पंचायत जमुनियाखुर्द के अंतर्गत गांव में स्थित अपने ही घरों पर शौचालय निर्माण के लिए 2016 में आवेदन दिया था। जिसकी राशि आज तक खाते में नहीं आई। जब ग्राम सहायक सचिव ईश्वरलाल खारोल, जनपद पंचायत के ब्लॉक समन्वयक प्रवीणकुमार नाथ से संपर्क किया गया तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। इस बाबत बैंक ऑफ इंडिया शाखा मनासा से जानकारी मिली कि सीताराम और धर्मेंद्रसिंह के खातों में लक्ष्मण और रामलाल के खाते की राशि डाल दी गई। मंगलवार को इस तरह की शिकायतें करीब 3-4 अन्य महिला पुरुषों ने भी की है।
इसी प्रकार नीलिया के संतवतसिंह, भाग्येश्वर मंदिर के पास नीमच निवासी गोपाल अजमेरा, कनावटी के भेरूलाल नायक, सुवाखेड़ा के शंभुलाल डांगी, लेवड़ा के विनोदकुमार माली, सोनियाना के कन्हैयालाल कुमावत आदि ने भी अपनी समस्याएं जनसुनवाई में बताई। अपर कलेक्टर और सीईओ ने संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए हैं।

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