scriptजिला अस्पताल में मृतक की ‘आत्माÓ लेने पहुंचा परिवार, जानिये क्यों | The family reached the district hospital to collect the 'soul' of the | Patrika News

जिला अस्पताल में मृतक की ‘आत्माÓ लेने पहुंचा परिवार, जानिये क्यों

locationनीमचPublished: Nov 28, 2021 11:37:17 pm

Submitted by:

sachin trivedi

विजयाराजे सिंधिया जिला चिकित्सालय में रविवार को अनोखा नजारा देखने को मिला। जब एक परिवार के कुछ लोग परिसर में तंत्र-मंत्र कर मृत आत्मा को निमंत्रित करते हुए ज्योति के रूप में उसे साथ ले गए। यह नजारा देख जिला चिकित्सालय में भर्ती अन्य व परिजन कुछ देर के लिए भयभीत हो गए।

जिला अस्पताल में मृतक की 'आत्माÓ लेने पहुंचा परिवार, जानिये क्यों

विजयाराजे सिंधिया जिला चिकित्सालय में रविवार को अनोखा नजारा देखने को मिला। जब एक परिवार के कुछ लोग परिसर में तंत्र-मंत्र कर मृत आत्मा को निमंत्रित करते हुए ज्योति के रूप में उसे साथ ले गए। यह नजारा देख जिला चिकित्सालय में भर्ती अन्य व परिजन कुछ देर के लिए भयभीत हो गए।

नीमच. विजयाराजे सिंधिया जिला चिकित्सालय में रविवार को अनोखा नजारा देखने को मिला। जब एक परिवार के कुछ लोग परिसर में तंत्र-मंत्र कर मृत आत्मा को निमंत्रित करते हुए ज्योति के रूप में उसे साथ ले गए। यह नजारा देख जिला चिकित्सालय में भर्ती अन्य व परिजन कुछ देर के लिए भयभीत हो गए। हालांकि यह जिला चिकित्सालय का पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी इस प्रकार के नजारे चिकित्सालय परिसर में देखने को मिले हैं। उधर मामले को लेकर जिला चिकित्सालय के अधिकारी अनभिज्ञ हैं और कार्रवाई करने में असमर्थ। जब इस बारे में उनसे चर्चा की गई तो जिम्मेदारों का कहना था हमें इसकी जानकारी नहीं है, पता किया जाएगा।
नीमच जिले के कोज्या से जिला अस्पताल में मृत परिजन की आत्मा लेने आए राघव ने बताया कि परिवार के सदस्य रामलाल कि 3 वर्ष पूर्व उपचार के दौरान मौत हो गई थी। उसे वह आज निमंत्रित कर साथ ले जा रहे हैं और सिरे के रूप में उसकी स्थापना कर पूर्वजों के रूप में पूजा जाएगा। इसी मान्यता के अनुसार कुछ लोग जिला अस्पताल पहुंचे थे। मान्यता है कि मृतक की आत्मा को उसके इच्छा अनुरूप पसंद के स्थान पर बैठाने से परिवार को आशीर्वाद मिलता है, लोग सिरे की स्थापना कर पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता दर्शाते हैं। परिवार के बड़े-बुजुर्गों को भी वृद्धावस्था के बाद प्राकृतिक मौत हो जाने पर दूसरे एवं तीसरे साल घर या खेत पर छोटा मंदिर या चबूतरा बनाकर उस पर सिरा स्थापित किया जाता है।

 


कई परिजन ये देख हो गए भयभीत
अस्पताल में जब कुछ लोग मान्यता के तहत तंत्र-मंत्र कर रहे थे, उस दौरान वहां मौजूद कई अन्य मरीजों के परिजन भयभीत नजर आए। कुछ लोगों ने कहा कि इस तरह खुलेआम तंत्र क्रिया किसी को भी भय में डाल देगी। उधर मामले को लेकर जिला अस्पताल प्रबंधन एवं जिम्मेदार खुद को अनभिज्ञ बता रहे हैं।

 

परिवारों को देते हैं समझाइश
इस प्रकार की घटनाएं यदि सामने आती हैं तो संबंधितों को समझाते हैं। उन्हें समय के साथ चलते हुए परंपराओं को बदलने के लिए कहते हैं। रविवार को कुछ लोग परिजन की आत्मा लेने जिला चिकित्सालय आए थे तो इसकी मुझे जानकारी नहीं है।
डॉ. अधीर मिश्रा, सिविल सर्जन

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